Masan Holi या मसान की होली हिंदू धर्म में एक खास प्रकार की होली है, जिसे उत्तर प्रदेश के बनारस में विशेष रूप से मनाया जाता है। यह होली हर साल रंगभरी एकादशी के दूसरे दिन होती है, और इस दिन लोग चिता की भस्म से होली खेलते हैं। इस दिन का धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व बहुत गहरा है, और यह भगवान शिव से जुड़ी एक प्रमुख परंपरा है। आइए जानते हैं Masan Holi के बारे में पूरी जानकारी, कब मनाई जाएगी, और इसका धार्मिक संदर्भ क्या है।
Masan Holi कब मनाई गयी ?
इस साल मसान की होली 11 मार्च 2025 को मनाई जाएगी। यह खासतौर पर बनारस के मणिकर्णिका और हरिश्चंद्र घाट पर मनाई जाती है, जहां पर शिव भक्त और साधु चिता की राख से होली खेलते हैं। Masan Holi का पर्व रंगभरी एकादशी के दूसरे दिन मनाया जाता है। माना जाता है कि इस दिन चिता की भस्म से होली खेलने से भगवान शिव की विशेष कृपा प्राप्त होती है और व्यक्ति के जीवन में सुख-समृद्धि आती है।

Masan Holi का धार्मिक महत्व
मसान की होली का एक गहरा धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, भगवान शिव ने काशी में अपने गणों के साथ होली खेली थी। इस दिन शिव जी ने भूत-प्रेतों के साथ होली खेली, जिसे वे रंगभरी एकादशी के दूसरे दिन चिता की भस्म से खेलते थे। इसी परंपरा के बाद काशी में Masan Holi मनाई जाने लगी।
इसके अलावा, एक अन्य मान्यता के अनुसार, इस दिन भगवान शिव ने यमराज को हराकर चिता की भस्म से होली खेली थी। इसलिए मसान की होली को मृत्यु पर विजय और भगवान शिव की उपासना का प्रतीक माना जाता है। इस दिन को विशेष रूप से काशी के श्मशान घाटों में मनाने की परंपरा है, जहां लोग चिता की राख से होली खेलते हैं।
मसान होली और काशी का विशेष कनेक्शन
काशी को भगवान शिव का प्रिय स्थान माना जाता है, और यह शहर शिव के पूजन का मुख्य केंद्र है। काशी के मणिकर्णिका और हरिश्चंद्र घाटों पर Masan Holi का आयोजन बहुत ही धूमधाम से होता है। यह पर्व न केवल धार्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है, बल्कि यह जीवन और मृत्यु के चक्र को समझने का अवसर भी प्रदान करता है। यहां के श्मशान घाटों पर साधु-संत और शिव भक्त मसान की होली के दौरान चिता की भस्म से होली खेलते हैं, जो इस दिन की धार्मिक और सांस्कृतिक गरिमा को बढ़ाता है।

कंक्लुजन
Masan Holi एक विशेष और धार्मिक होली है, जो भगवान शिव की उपासना और भूत-प्रेतों पर विजय का प्रतीक मानी जाती है। काशी में मनाई जाने वाली Masan Holi जीवन और मृत्यु के बीच के रिश्ते को समझने और भगवान शिव के आशीर्वाद को प्राप्त करने का अवसर देती है। इस होली के दौरान काशी के श्मशान घाटों पर चिता की भस्म से होली खेली जाती है, जो एक अद्वितीय अनुभव होता है। यदि आप इस विशेष परंपरा को महसूस करना चाहते हैं, तो काशी में Masan Holi का अनुभव अवश्य करें।
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