कर्मचारियों के लिए बड़ी खबर, क्या 2024-25 में EPFO ब्याज दर बढ़ेगी?

Published on:

DailyNews24 App Banner
सबसे तेज़ ख़बरों के लिए DailyNews24 ऐप
डाउनलोड करें
Follow Us

DailyNews24

Stay Updated With the Latest News Anytime, Anywhere!

EPFO : निजी क्षेत्र में काम करने वाले कर्मचारियों के लिए एक अच्छी खबर है। कर्मचारी भविष्य निधि संगठन 2024-25 के लिए ब्याज दर तय करने की तैयारी कर रहा है। अब तक की जानकारी के मुताबिक, इस बार ब्याज दर 8% से ऊपर रहने की उम्मीद है। पिछले साल 8.25% ब्याज दर थी, और इस साल भी कुछ ऐसा ही हो सकता है। EPFO का सेंट्रल बोर्ड ऑफ ट्रस्टीज (CBT) 28 फरवरी को इस पर आखिरी फैसला करेगा।

ईपीएफओ खाते में हर महीने होती है कटौती

आपने देखा होगा कि प्राइवेट सेक्टर में काम करने वाले कर्मचारियों की बेसिक सैलरी से हर महीने 12% की कटौती होती है, जो सीधे उनके EPF ( Employees Provident Fund ) खाते में जमा होती है। यही नहीं, कंपनी भी उतना ही पैसा कर्मचारी के EPF खाते में जमा करती है। इस तरह से EPF एक शानदार लंबी अवधि का निवेश बन जाता है, जिससे भविष्य में कर्मचारियों को काफी फायदा होता है।

EPFO के पास 7 करोड़ से ज्यादा सब्सक्राइबर हैं, यानी यह योजना बहुत ही लोकप्रिय और फायदेमंद है।

ब्याज दर कैसे तय होती है?

EPFO हर साल अपनी ब्याज दर तय करता है, और इसके लिए कुछ खास प्रक्रियाएं होती हैं:

  • पहला कदम: कर्मचारी भविष्य निधि संगठन ब्याज दर का प्रस्ताव बनाता है।
  • दूसरा कदम: यह प्रस्ताव CBT (सेंट्रल बोर्ड ऑफ ट्रस्टीज) द्वारा मंजूर होता है। CBT की अध्यक्षता श्रम मंत्री करते हैं।
  • तीसरा कदम: CBT के बाद प्रस्ताव वित्त मंत्रालय के पास जाता है, जो इसे मंजूरी देता है।
  • अंतिम कदम: वित्त मंत्रालय की मंजूरी के बाद ब्याज दर लागू होती है और ईपीएफओ में जमा होती है।

यह प्रक्रिया थोड़ी लंबी होती है, लेकिन यह कर्मचारियों के भविष्य की सुरक्षा के लिए बहुत जरूरी है।

क्लेम सेटलमेंट की स्थिति क्या है?

कर्मचारी भविष्य निधि संगठन ने इस साल अब तक 5.08 करोड़ से ज्यादा क्लेम निपटाए हैं, जिनकी कुल राशि ₹2.05 लाख करोड़ है। पिछले साल यह आंकड़ा 1.82 लाख करोड़ था। इसका मतलब यह है कि इस साल कर्मचारियों ने अपने EPF खाते से ज्यादा पैसा निकाला है। इस वजह से ईपीएफओ को यह सुनिश्चित करना होता है कि इसके पास पर्याप्त पैसा बचा रहे, ताकि भविष्य में किसी भी मुश्किल समय में कर्मचारियों को मदद मिल सके।

EPFO ब्याज दर को लेकर क्या उम्मीदें हैं?

स्रोतों के मुताबिक, EPFO की इन्वेस्टमेंट कमिटी और अकाउंट्स कमिटी की अगली बैठक में इस साल के आय और खर्च पर विचार किया जाएगा। इन कमिटीज का मकसद एक ऐसी ब्याज दर तय करना है, जिससे EPFO के पास अच्छा-खासा पैसा बच सके। साथ ही, क्लेम सेटलमेंट के चलते यह जरूरी हो जाता है कि ब्याज दर सही तरीके से तय की जाए।

अधिकारी के मुताबिक, इस साल कर्मचारी भविष्य निधि संगठन के निवेश पर अच्छा रिटर्न मिला है, और नए लोग भी जुड़ रहे हैं, लेकिन क्लेम सेटलमेंट भी ज्यादा हुए हैं।

EPFO ब्याज दर के फायदे

  1. नौकरीपेशा कर्मचारियों के लिए सुरक्षा: EPFO का पैसा कर्मचारियों के रिटायरमेंट के बाद काम आता है।
  2. लंबी अवधि में अच्छा रिटर्न: इस खाते पर मिलने वाली ब्याज दर लंबी अवधि में अच्छा रिटर्न देती है।
  3. वित्तीय सुरक्षा: यह एक सुरक्षित निवेश विकल्प है, जो कर्मचारियों को रिटायरमेंट के बाद वित्तीय सुरक्षा प्रदान करता है।
  4. कंपाउंडिंग का फायदा: लंबे समय तक पैसा जमा करने से कंपाउंडिंग का फायदा मिलता है, जिससे पैसा बढ़ता रहता है।

निष्कर्ष

कर्मचारी भविष्य निधि संगठन ब्याज दर एक महत्वपूर्ण मुद्दा है जो हर कर्मचारी के भविष्य से जुड़ा हुआ है। इस साल ब्याज दर 8% से ऊपर रहने की संभावना है, जिससे कर्मचारियों को अच्छा रिटर्न मिल सकता है। इसके साथ ही ईपीएफओ ने इस साल क्लेम सेटलमेंट पर भी ज्यादा ध्यान दिया है, जिससे यह और भी अहम हो जाता है कि सही ब्याज दर तय की जाए।

तो अगर आप भी EPF योजना का हिस्सा हैं, तो यह आपके लिए एक अच्छा मौका हो सकता है अपना पैसा बढ़ाने का। EPFO की ब्याज दर आपके रिटायरमेंट के बाद की वित्तीय सुरक्षा के लिए बहुत अहम होती है।

यह भी पढ़े :-

Dailynews24 App

Dailynews24 App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें। यहां रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और वीडियो शॉर्ट न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए।

DailyNews24 App Banner
सबसे तेज़ ख़बरों के लिए DailyNews24 ऐप
डाउनलोड करें
ऐप में पढ़ें