EPFO : अगर आप भी नौकरी बदलने वाले हैं या अपने PF अकाउंट को ट्रांसफर करने का सोच रहे हैं, तो आपके लिए एक बड़ी खुशखबरी है। कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (EPFO) ने अपनी अकाउंट ट्रांसफर की प्रक्रिया को काफी आसान और सिम्पल बना दिया है। अब आपको पीएफ ट्रांसफर के लिए कोई परेशानी नहीं होगी और न ही किसी भी तरह की लंबी प्रक्रिया का सामना करना पड़ेगा। आइए, जानते हैं कि यह बदलाव आपके लिए कैसे फायदेमंद हो सकता है।
क्या है नया बदलाव?
अब तक, जब भी किसी कर्मचारी को अपनी नई नौकरी में जाना होता था, तो उसे अपने PF अकाउंट को ट्रांसफर कराने के लिए कई जटिल प्रक्रियाओं से गुजरना पड़ता था। इसमें काफी समय लगता था और कई बार नियोक्ता की मंजूरी भी जरूरी होती थी। लेकिन अब EPFO ने इस प्रक्रिया में बड़ा सुधार किया है। अब जनवरी 2025 से ट्रांसफर प्रोसेस को काफी आसान और तेज बना दिया गया है।

नया तरीका: एक बार मंजूरी और फिर सब कुछ ऑटोमैटिक
EPFO के नए नियम के मुताबिक, अब पुरानी नौकरी (सोर्स ऑफिस) से नौकरी बदलने वाले कर्मचारियों के लिए ट्रांसफर प्रक्रिया पहले से कहीं ज्यादा साधारण हो जाएगी। एक बार जब सोर्स ऑफिस (पुरानी नौकरी) से ट्रांसफर क्लेम की मंजूरी मिल जाएगी, तो नई नौकरी वाले ऑफिस में पीएफ ऑटोमैटिक ट्रांसफर हो जाएगा। इसका मतलब है कि आपको अब बैंक के चक्कर नहीं लगाने पड़ेंगे और न ही डोक्युमेंट्स को लेकर जटिलता होगी।
प्रोसेसिंग टाइम होगा बहुत कम
अब तक, पीएफ ट्रांसफर करने के लिए सोर्स और डेस्टिनेशन ऑफिस (दोनों बैंक या संस्थान) के बीच समन्वय की जरूरत होती थी, जिससे देरी होती थी। लेकिन नए नियमों के तहत, ट्रांसफर प्रोसेस काफी तेज़ हो जाएगा। अब, एक बार सोर्स ऑफिस से मंजूरी मिलने के बाद, पीएफ का बैलेंस ऑटोमैटिक तरीके से नई नौकरी वाले ऑफिस में ट्रांसफर हो जाएगा, जिससे प्रोसेसिंग टाइम में कमी आएगी।
टैक्स संबंधित जानकारी भी मिलेगी
अब, EPFO के नए सिस्टम में आपको अपनी पीएफ बचत की टैक्स योग्य और नॉन-टैक्स योग्य जानकारी भी मिल जाएगी। इससे आपको TDS (टैक्स डिडक्टेड एट सोर्स) की सही काटाई और गणना में मदद मिलेगी, जिससे टैक्स से जुड़ी कोई गलती नहीं होगी। इससे उन कर्मचारियों को काफी राहत मिलेगी जो टैक्स समस्याओं से परेशान रहते हैं।

UAN से जुड़ा नया सुधार
इसके साथ ही, एक और सुधार किया गया है जो UAN (Universal Account Number) से जुड़ा है। अब कर्मचारियों के लिए आधार को जोड़ने के बिना ही UAN जनरेट करना आसान हो जाएगा। इससे न केवल कर्मचारियों को सुविधा मिलेगी, बल्कि नियोक्ता को भी फ्लेक्सिबिलिटी मिलेगी और UAN जनरेट करना आसान हो जाएगा।
EPFO के सुधारों के फायदे:
- ऑटोमैटिक ट्रांसफर: एक बार मंजूरी मिलने पर, पुरानी नौकरी से नया ट्रांसफर ऑफिस में ऑटोमैटिक हो जाएगा।
- कम प्रोसेसिंग टाइम: ट्रांसफर में लगने वाला समय कम हो जाएगा।
- टैक्स से संबंधित जानकारी: अब पीएफ खाता टैक्स योग्य और नॉन-टैक्स योग्य फंड को अलग से दिखाएगा।
- UAN की सरलता: आधार को जोड़ने के बिना भी UAN जनरेट किया जा सकेगा।
निष्कर्ष
EPFO द्वारा किए गए इन सुधारों से कर्मचारियों के लिए अब PF ट्रांसफर और मैनेजमेंट एक बहुत ही आसान और स्मूद प्रोसेस बन जाएगा। इस सुधार से कर्मचारियों को न केवल समय की बचत होगी, बल्कि टैक्स संबंधी समस्याओं का भी हल निकल सकेगा। इस बदलाव के साथ, पीएफ से जुड़ी सभी प्रक्रियाएं अब और अधिक कुशल और सुरक्षित होंगी। इन सुधारों के लागू होने से कर्मचारियों को कम समय में अपना पीएफ ट्रांसफर कराने में आसानी होगी और साथ ही बैंकिंग सिस्टम को भी अधिक दक्ष बनाएगा।
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