Gold Price Today: भारत में 22 और 24 कैरेट सोने की कीमतों में आई तेज़ी से उतार-चढ़ाव, जानिए आज के रेट्स

Ansa Azhar

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Gold Price Today: सोना भारत में एक कीमती धातु होने के साथ साथ एक भावनात्मक और सांस्कृतिक रूप से भी देखा जाता है। इसकी कीमतों में उतार-चढ़ाव बहुत से कारकों पर निर्भर करता है। भारत के अलग अलग हिस्सों में सोने के मूल्यों में भी अंतर हो सकता है। आज इस लेख में हम आपको बताएंगे कि आज के दिन भारत के अलग-अलग शहरों में 22 केरट और 24 कैरेट सोने के क्या भाव है?

उत्तर भारत में सोने का मूल्य

उत्तर भारत के अलग-अलग शहरों में 22 कैरेट और 24 कैरेट सोने के मूल्य में अंतर न की बराबर है जैसे कि उत्तर भारत के बड़े शहर दिल्ली, लखनऊ, चंडीगढ़ और जयपुर में 22 कैरेट सोने की कीमत 7,140 है और 24 कैरेट सोने की कीमत 7,788 है। इन शहरों में सोने के मूल्य में स्थितरता देखी जा सकती है जो की बाजार की स्थिर मांग को दर्शाती है

पश्चिम भारत में सोने का मूल्य

पश्चिम भारत में सोने का मूल्य लगभग समान ही है पश्चिम भारत के बड़े शहर मुंबई, पुणे और नागपुर आदि में 22 कैरेट सोने का मूल्य 7,125 और 24 कैरेट सोने का मूल्य 7,773 है जबकि कुछ शहरों में सोने का मूल्य थोड़ा अधिक है। बड़ौदा में 22 कैरेट सोने का मूल्य 7,130 और 24 कैरेट सोने का मूल्य 7,778 है। अहमदाबाद और सूरत में भी सोने का यही मूल्य है। हमें इस बात से यह पता चलता है कि पश्चिम भारत के बाजारों में सोने की मांग दूसरे क्षेत्रों की तुलना में थोड़ी अलग है।

दक्षिण भारत में सोने का मूल्य

दक्षिण भारत में सोने के मूल्य में स्थिरता देखी जा सकती है। चेन्नई, कोयंबटूर, हैदराबाद, मदुरै और विजयवाड़ा में 22 कैरेट सोने का मूल्य 7,125 और 24 कैरेट सोने का मूल्य 7,773 है। वहीं बैंगलोर और केरल में भी सोने का यहीं मूल्य है। दक्षिण भारत में सोने का मूल्य स्थिर होने की वजह से वहां के लोग सोने के प्रति अधिक लगाव रखते हैं।

पूर्व भारत में सोने का मूल्य

पूर्व भारत में सोने का मूल्य दक्षिण भारत और पश्चिम भारत की तरह ही है। कोलकाता, पटना, भुनेश्वर जैसे शहरों में 22 कैरेट सोने का मूल्य ₹ 7,125 और 24 कैरेट सोने का मूल्य ₹7,773 है। पूर्व भारत में सोने की मांग स्थिर बनी हुई है।

Gold Price Today

सोने के मूल्यों में उतर चढ़ावा क्यों होता है? 

सोने की कीमतें बदलने का मुख्य कारण अंतर्राष्ट्रीय बाजार में इसकी मांग और आपूर्ति में अंतर है। इसके अलग, डॉलर और रुपए की विनिमय दर भी सोने की कीमत को प्रभावित करती है। सोने की कीमत त्यौहारों के वक्त बढ़ जाती है। जैसे ईद, होली, शादियों के सीजन में सोने की मांग बढ़ जाती है, जिस से सोने की कीमतें बहुत बढ़ जाती हैं। जब अंतरास्ट्रीय बाजार में सोने की कीमतें बढ़ती हैं तो घरेलू बाजार में भी इसका प्रभाव पड़ता है।

निष्कर्ष

भारत में सोने का मूल्य क्षेत्रीय और अंतराष्ट्रीय कारकों के कारण अलग-अलग शहर में थोड़ा अलग-अलग होता है। हर क्षेत्र में सोने का मूल्य वहां की मांग और स्थिरता को दर्शाता है। सोने में निवेश एक सुरक्षित विकल्प माना जाता है लेकिन इसके उतार चढ़ाव को ध्यान में रख कर ही कोई फैसला लिया जाए। सोने का मूल्य भविष्य में किस तरह बदलेगा, ये बाजार की मांग और आपूर्ति पर निर्भर करेगा।

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