FD : आजकल महंगाई बढ़ने के साथ-साथ लोग अपनी कमाई को सुरक्षित रखने और उसे बढ़ाने के लिए निवेश के तरीके तलाशते हैं। जब भी बात आती है निवेश की, तो सबसे पहले लोगों के दिमाग में फिक्स्ड डिपॉजिट (एफडी) आता है। लेकिन अब 2025 में एफडी के ब्याज दरों में गिरावट का ट्रेंड देखने को मिल रहा है, और इसका कारण है आरबीआई की मौद्रिक नीति।
एफडी की ब्याज दर में कमी क्यों आई?
आरबीआई ने हाल ही में रेपो रेट घटाया है, और इसका असर बैंकों द्वारा दी जाने वाली FD की ब्याज दरों पर पड़ रहा है। भारत में एसबीआई, एचडीएफसी, आईसीआईसीआई और एक्सिस जैसे बैंकों ने अपनी एफडी रेट्स को घटाया है। एसबीआई ने 16 मई से एफडी की ब्याज दरों में 20 बेसिस प्वाइंट्स की कमी की घोषणा की। इसके अलावा, 3 करोड़ रुपये से ज्यादा के डिपॉजिट्स पर अब 3.5% की जगह 3.3% ब्याज मिलेगा। वहीं लंबी अवधि के एफडी पर ब्याज दर पहले 6.9% थी, अब घटकर 6.7% हो गई है।

सीनियर सिटीजंस के लिए FD में हुए बदलाव
सीनियर सिटीजंस के लिए बैंकों ने पहले FD पर ज्यादा ब्याज देने का इंतजाम किया था, लेकिन अब उसमें भी कमी आई है। पहले सीनियर सिटीजंस को 4% से 7.5% के बीच ब्याज मिलता था, लेकिन अब 5 से 10 साल की एफडी पर उन्हें 7.3% ब्याज मिलेगा। खासतौर पर एसबीआई की ‘अमृत वृष्टि’ स्कीम में 444 दिन की अवधि पर ब्याज दर 7.05% से घटाकर 6.85% कर दी गई है, जबकि सीनियर सिटीजंस के लिए यह 7.55% से घटकर 7.35% हो गया है। सुपर सीनियर सिटीजंस के लिए यह दर 7.45% हो गई है।
अन्य बैंकों ने भी एफडी रेट्स में की कमी
एसबीआई के अलावा, अन्य बैंकों ने भी FD के ब्याज दरों में कमी की है। एचडीएफसी बैंक ने 50 बेसिस प्वाइंट्स की कमी की है, और अब 3 करोड़ रुपये तक के डिपॉजिट्स पर 3% से 7.1% तक ब्याज मिल रहा है। आईसीआईसीआई बैंक और एक्सिस बैंक ने भी अपनी ब्याज दर में कटौती की है। अब ये बैंक अपने ग्राहकों को एफडी पर 3% से लेकर 7.05% तक ब्याज ऑफर कर रहे हैं।

सीनियर सिटीजंस के लिए मुश्किलें
सीनियर सिटीजंस के लिए FD एक सुरक्षित निवेश का विकल्प रहा है, लेकिन अब इस पर मिलने वाला ब्याज घटने से उनकी आमदनी पर असर पड़ सकता है। वे अपनी पेंशन या अन्य खर्चों के लिए एफडी से मिलने वाले ब्याज पर निर्भर होते हैं। एसबीआई की एफडी की ब्याज दरों में 20 बेसिस प्वाइंट्स की कमी आने से 5 लाख रुपये के 5 साल के एफडी पर सीनियर सिटीजंस को सालाना 1,000 से 2,000 रुपये कम ब्याज मिलेगा। इससे उनकी आर्थिक स्थिति पर असर पड़ सकता है।
निष्कर्ष
FD की ब्याज दरों में गिरावट का ट्रेंड यह दर्शाता है कि अब सीनियर सिटीजंस और सामान्य निवेशकों के लिए एफडी उतना फायदेमंद नहीं रह गया है। हालांकि एफडी एक सुरक्षित निवेश है, लेकिन अब आपको इसके अलावा अन्य विकल्पों पर भी विचार करना चाहिए, जैसे म्यूचुअल फंड्स, शेयर मार्केट और अन्य निवेश योजनाएं जो बेहतर रिटर्न दे सकती हैं।
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