Swamitva Card Yojana: में PM मोदी देंगे 58 लाख ग्रामीणों को ‘स्वामित्व कार्ड’, जानिए कैसे मिलेगा 28 लाख तक का लाभ

Harsh

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Swamitva Card Yojana: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा शुरू की गई स्वामित्व योजना ग्रामीण भारत में संपत्ति अधिकारों को सुनिश्चित करने की दिशा में एक क्रांतिकारी पहल है। इस योजना का उद्देश्य ग्रामीण क्षेत्रों के निवासियों को उनके संपत्ति अधिकार प्रदान करना है। इसके तहत संपत्तियों का डिजिटल रिकॉर्ड तैयार किया जाता है, जिससे जमीन विवाद कम होते हैं और लोग अपनी संपत्ति का कानूनी रूप से उपयोग कर सकते हैं। हाल ही में प्रधानमंत्री मोदी ने 12 राज्यों और 2 केंद्र शासित प्रदेशों के 58 लाख से अधिक लोगों को स्वामित्व कार्ड वितरित किए हैं।

Swamitva Card Yojana क्या है?

स्वामित्व योजना के तहत, ग्रामीण क्षेत्रों में घरों और भूमि का डिजिटल रिकॉर्ड तैयार किया जाता है। इसके लिए ड्रोन सर्वे का उपयोग किया जाता है। इस योजना का उद्देश्य दशकों से चले आ रहे अस्पष्ट और अलिखित संपत्ति स्वामित्व के मुद्दों को हल करना है। इसके माध्यम से, ग्रामीण निवासी अपनी संपत्तियों का उपयोग लोन लेने, खरीद-बिक्री, और अन्य कानूनी कार्यों के लिए कर सकते हैं।

Swamitva Card Yojana में होगा ग्रामीण घरों का डिजिटल डाटा 

अब तक इस योजना के तहत 2.19 करोड़ से अधिक ग्रामीण संपत्तियों का डिजिटल डाटा तैयार किया जा चुका है। 2026 तक सभी 6.28 लाख गांवों की मैपिंग पूरी कर ली जाएगी। इससे ग्रामीण संपत्तियों का रिकॉर्ड केवल एक क्लिक पर उपलब्ध होगा।

स्वामित्व कार्ड प्राप्त करने वाले लोगों को संपत्ति अधिकार मिलते हैं, जो उन्हें कानूनी और वित्तीय लाभ उठाने में सक्षम बनाते हैं। इस योजना के तहत प्राप्त कार्ड बैंकों द्वारा ऋण के लिए मान्य होते हैं।

SWAMITVA CARD YOJANA

Swamitva Card Yojana से होने वाले लाभ

जमीन विवादों का समाधान: स्वामित्व योजना ग्रामीण क्षेत्रों में जमीन विवादों को कम करने में मदद करती है। संपत्ति का स्पष्ट रिकॉर्ड होने से विवादित मामलों में कमी आती है।

लोन की सुविधा: ग्रामीण निवासी अब अपनी संपत्तियों को बैंकों में गारंटी के रूप में पेश करके आसानी से लोन प्राप्त कर सकते हैं।

सरकारी योजनाओं का लाभ: इस योजना से सरकारी योजनाओं का लाभ लक्षित लाभार्थियों तक पहुंचाना आसान हो गया है।

संपत्ति कर का प्रबंधन: डिजिटल रिकॉर्ड के कारण अब संपत्ति कर लगाने और प्रबंधन करने में आसानी होगी।

आर्थिक सशक्तिकरण: इस योजना से ग्रामीण निवासियों को अपनी संपत्तियों का उपयोग व्यवसाय, निवेश और सामुदायिक विकास के लिए करने का अवसर मिलता है।

Swamitva Card Yojana की महिलाओं के सशक्तिकरण में भूमिका

स्वामित्व योजना के तहत महिलाओं को भी संपत्ति अधिकार दिए जाते हैं। यह उन्हें कानूनी और आर्थिक रूप से सशक्त बनाता है। इस पहल से महिलाओं को अपने अधिकारों को सुरक्षित रखने और संपत्ति विवादों में सक्रिय भागीदारी करने का मौका मिलता है।

2026 तक Swamitva Card Yojana में सभी गांव शामिल

पंचायती राज मंत्रालय ने अब तक 92% ड्रोन सर्वे का काम पूरा कर लिया है। 2026 तक सभी गांवों के घरों और भूमि की मैपिंग पूरी होने की उम्मीद है। इससे हर गांव का डिजिटल नक्शा तैयार होगा, जो संपत्ति प्रबंधन और कराधान में मदद करेगा।

ग्रामीण भारत के लिए गेम-चेंजर योजना

स्वामित्व योजना ग्रामीण भारत के लिए एक गेम-चेंजर साबित हो रही है। इससे अब तक 1.37 लाख करोड़ रुपये की ग्रामीण आवासीय संपत्तियों का मूल्यांकन किया गया है। इस योजना से न केवल संपत्ति विवादों को कम किया जा रहा है, बल्कि सामुदायिक विकास और वित्तीय समावेशन को भी बढ़ावा मिल रहा है।

SWAMITVA CARD YOJANA
SWAMITVA CARD YOJANA

कंक्लुजन 

SWAMITVA CARD YOJANA ग्रामीण भारत के निवासियों के लिए एक बड़ी पहल है। यह योजना न केवल संपत्ति अधिकार सुनिश्चित करती है, बल्कि आर्थिक सशक्तिकरण का भी माध्यम बनती है। डिजिटल संपत्ति रिकॉर्ड से भविष्य में गांवों का बेहतर विकास संभव होगा। अगर इस योजना का पूरी तरह से क्रियान्वयन होता है, तो यह ग्रामीण भारत के लिए विकास का नया अध्याय लिख सकती है।

आधिकारिक अपडेट और स्वामित्व कार्ड प्राप्त करने के लिए संबंधित पोर्टल पर जाएं।

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