PM Vishwakarma Yojana: सिर्फ 10 मिनट में पाएं ₹3 लाख का लोन, वो भी सबसे कम ब्याज पर

Harsh

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Pm Vishwakarma Yojana: प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना के तहत सरकार ने छोटे कारोबारियों और बेरोजगार नागरिकों के लिए एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है। इस योजना का मुख्य उद्देश्य ऐसे लोगों को आर्थिक सहायता देना है जो अपना खुद का व्यवसाय शुरू करना चाहते हैं परंतु धन की कमी के कारण अपने सपनों को पूरा नहीं कर पा रहे हैं। प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना के माध्यम से देश के नागरिकों को मात्र 10 मिनट में ऑनलाइन आवेदन करके 3 लाख रुपये तक का लोन मिल सकता है, और यह लोन बहुत ही कम ब्याज दर पर उपलब्ध है। इस योजना के अंतर्गत नागरिकों को सीधा लाभ मिलता है और उन्हें अपने रोजगार के लिए आर्थिक संबल प्रदान किया जाता है।

Pm Vishwakarma Yojana का लाभ कैसे प्राप्त करें?

इस योजना के अंतर्गत 3 लाख रुपये तक का लोन दिया जा रहा है, जिसमें पहले चरण में 1 लाख रुपये और फिर दूसरी किस्त के रूप में 2 लाख रुपये प्राप्त किए जा सकते हैं। यह लोन किसी भी बैंक से ऑनलाइन आवेदन करके घर बैठे प्राप्त किया जा सकता है, जिससे समय की बचत होती है और नागरिकों को बैंक जाने की आवश्यकता नहीं होती। इस योजना में सबसे खास बात यह है कि इसके लिए सिबिल स्कोर या कोई अतिरिक्त वित्तीय विवरण देने की जरूरत नहीं है। योजना का लाभ लेने के लिए केवल भारतीय नागरिकता होनी चाहिए और आवेदनकर्ता गरीबी रेखा के अंतर्गत आता हो।

Pm Vishwakarma Yojana की पात्रता क्या है?

प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना का लाभ लेने के लिए कुछ आवश्यक योग्यताएं निर्धारित की गई हैं। इस योजना के तहत कोई भी भारतीय नागरिक, जिनकी आयु 18 से 40 वर्ष के बीच है, लोन के लिए पात्र है। इसके अलावा, योजना का लाभ केवल उन्हीं को मिलेगा जिनके नाम पिछले 5 सालों में कोई अन्य लोन नहीं है। एक और खास बात यह है कि इस लोन को लेने के लिए न्यूनतम ब्याज दर मात्र 5% है, जो कि अन्य बैंकों के मुकाबले बहुत कम है। इसके अलावा, इस योजना के अंतर्गत समय पर लोन चुकाने पर लाभार्थियों को 8% ब्याज का रिफंड भी मिलता है जो कि मोसमे (MOMSME) द्वारा दिया जाता है।

Pm Vishwakarma Yojana
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Pm Vishwakarma Yojana की लोन प्रक्रिया और प्रशिक्षण

प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना के अंतर्गत लोन का आवेदन करने के बाद लाभार्थी को एक प्रशिक्षण कार्यक्रम में भाग लेना होता है। यह प्रशिक्षण कार्यक्रम 3 से 15 दिनों का हो सकता है और यह लाभार्थियों को उनके चुने हुए क्षेत्र में कुशलता प्राप्त करने में मदद करता है। प्रशिक्षण के दौरान सरकार द्वारा प्रतिदिन 500 रुपये का भुगतान किया जाता है, जिससे लाभार्थी आर्थिक रूप से समर्थित रहते हैं और उनके खर्चों का प्रबंधन भी होता है। इसके अतिरिक्त, योजना के तहत टूलकिट के लिए 15,000 रुपये की अतिरिक्त सहायता भी दी जाती है।

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Pm Vishwakarma Yojana योजना के फायदे

प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना के माध्यम से सरकार का उद्देश्य युवाओं और बेरोजगार नागरिकों को रोजगार के अवसर प्रदान करना और उन्हें आत्मनिर्भर बनाना है। इस योजना के लाभ से छोटे व्यवसाय को नई ऊर्जा मिलती है। योजना का सबसे बड़ा लाभ यह है कि पहले चरण में 1 लाख रुपये का लोन उपलब्ध होता है जिसे 18 महीनों में चुकाना होता है। इसके बाद, जो लाभार्थी पहले लोन का भुगतान समय पर करते हैं, वे 2 लाख रुपये की अतिरिक्त धनराशि के पात्र बनते हैं। इस प्रकार, यह योजना न केवल व्यवसाय शुरू करने का अवसर देती है बल्कि समय पर लोन चुकाने वालों को प्रोत्साहित भी करती है।

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Pm Vishwakarma Yojana की आवेदन प्रक्रिया और आवश्यक दस्तावेज

प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना के लिए आवेदन प्रक्रिया काफी सरल है। इच्छुक नागरिक अपने नजदीकी सीएससी केंद्र पर जाकर आवेदन कर सकते हैं। सीएससी केंद्र पर आवेदन करते समय, आवेदनकर्ता को क्रेडिट सपोर्ट लोन का विकल्प चुनना आवश्यक होता है। इसके बाद, लोन की राशि और बैंक का विवरण भरना होता है। आवेदन पूरा करने के बाद, एक प्रिंट आउट लिया जा सकता है और आवेदक के मोबाइल पर प्रशिक्षण का मैसेज प्राप्त होता है। जैसे ही प्रशिक्षण पूरा होता है, लोन की राशि सीधे आवेदक के बैंक खाते में भेज दी जाती है। आवेदन के लिए आधार कार्ड, राशन कार्ड और बैंक खाता होना आवश्यक है।कंक्लुजन

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कंक्लुजन

Pm Vishwakarma Yojana सरकार का एक अभूतपूर्व प्रयास है जो नागरिकों को सस्ती ब्याज दर पर वित्तीय सहायता प्रदान करता है। इस योजना का मुख्य उद्देश्य बेरोजगार युवाओं और इच्छुक व्यवसायियों को आर्थिक संबल देना और उन्हें रोजगार की ओर अग्रसर करना है। इस योजना के माध्यम से सरकार ने आत्मनिर्भर भारत का सपना पूरा करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है, जिससे देश के नागरिकों को आत्मनिर्भर बनने का मौका मिलता है। इस योजना के माध्यम से हर नागरिक अपने व्यवसाय को बढ़ावा देकर आत्मनिर्भरता की ओर कदम बढ़ा सकता है।

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