PM KUSUM Yojana: भारत सरकार लगातार हरित ऊर्जा को बढ़ावा देने के लिए कई योजनाओं का संचालन कर रही है। इसी क्रम में प्रधानमंत्री कुसुम योजना (PM KUSUM Yojana) के तहत किसानों को सौर ऊर्जा से जोड़ने के प्रयास किए जा रहे हैं। इस योजना के माध्यम से किसान अपने खेतों में सोलर प्लांट लगाकर बिजली का उत्पादन कर सकते हैं और उसे ग्रिड को बेचकर अतिरिक्त आय अर्जित कर सकते हैं। यूपी सरकार इस योजना के तहत किसानों को बड़े पैमाने पर अनुदान भी दे रही है, जिससे किसान बिना अधिक आर्थिक बोझ के इस योजना का लाभ उठा सकें।
PM KUSUM Yojana से सरकार का हरित ऊर्जा को बढ़ावा देने का प्रयास
हरित ऊर्जा को बढ़ावा देने के लिए सरकार ने किसानों को भी इस मुहिम में शामिल किया है। किसानों को प्रेरित किया जा रहा है कि वे अपने खेतों में सोलर प्लांट लगाएं और बिजली का उत्पादन करें। इस योजना के अंतर्गत केंद्र और राज्य सरकार की ओर से किसानों को भारी अनुदान मिल रहा है। केंद्र सरकार प्रति मेगावाट सोलर प्लांट लगाने पर 1.05 करोड़ रुपये तक का अनुदान दे रही है, वहीं राज्य सरकार 50 लाख रुपये का अतिरिक्त अनुदान दे रही है। इससे किसानों को सौर ऊर्जा के उत्पादन में बड़ी मदद मिल रही है।
किसान बेच सकेंगे बिजली, अनुबंध होगा 25 वर्षों के लिए
यूपीनेडा (उत्तर प्रदेश नवीन और नवीकरणीय ऊर्जा विकास एजेंसी) द्वारा किसानों से 19 सितंबर तक आवेदन मांगे गए हैं। योजना के तहत किसानों के साथ उत्तर प्रदेश पावर कॉर्पोरेशन लिमिटेड (UPPCL) के साथ पावर परचेज एग्रीमेंट (PPA) किया जाएगा। इस अनुबंध के तहत यूपीपीसीएल अगले 25 वर्षों तक किसानों द्वारा उत्पन्न की गई बिजली को खरीदेगा। यह अनुबंध किसानों के लिए एक स्थिर आय का स्रोत बनेगा और उन्हें बिजली बेचने के जरिए लाखों-करोड़ों की कमाई का अवसर मिलेगा।
PM KUSUM Yojana के तहत सीधे किसानों को मौका
यूपीनेडा के वरिष्ठ परियोजना अधिकारी राकेश कुमार के अनुसार, यह पहली बार है जब पीएम कुसुम योजना C में किसानों को सीधे तौर पर शामिल होने का मौका दिया जा रहा है। इससे पहले यह योजना केवल किसान संगठनों और एफपीओ तक सीमित थी। अब व्यक्तिगत किसान भी इसमें भाग ले सकते हैं और अपने खेतों में 0.5 से 15 मेगावाट तक के सोलर प्लांट लगा सकते हैं। इसके जरिए किसानों को बिजली उत्पादन के साथ-साथ बिजली बेचने का सीधा फायदा मिलेगा।
PM KUSUM Yojana की श्रेणियां
प्रधानमंत्री कुसुम योजना को तीन मुख्य श्रेणियों में बांटा गया है। पहली श्रेणी, पीएम कुसुम ए, जिसके तहत बंजर भूमि पर मिनी ग्रिड लगाए जाते हैं। दूसरी श्रेणी, पीएम कुसुम बी, जिसके अंतर्गत डीजल सिंचाई पंपों को सौर पंपों में बदला जाता है। तीसरी श्रेणी, पीएम कुसुम सी, जिसके तहत किसानों को अपने खेतों में सोलर प्लांट लगाकर बिजली का उत्पादन करने का मौका मिलता है। इसके जरिए किसानों को आत्मनिर्भर बनाने का प्रयास किया जा रहा है, ताकि वे अतिरिक्त आय का स्रोत प्राप्त कर सकें।
PM KUSUM Yojana का लाभ और आवेदन प्रक्रिया
इस योजना के तहत आवेदन करने की अंतिम तिथि 19 सितंबर है। किसानों को यूपीनेडा की आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर आवेदन करना होगा। इस योजना के माध्यम से किसानों को न केवल बिजली उत्पादन का मौका मिलेगा बल्कि उनके आर्थिक हालात में भी बड़ा सुधार होगा।
PM KUSUM Yojana किसानों को आर्थिक रूप से सशक्त बनाने के लिए एक शानदार पहल है। इस योजना के तहत किसानों को सौर ऊर्जा उत्पादन में शामिल कर उन्हें एक स्थायी आय का जरिया प्रदान किया जा रहा है। इसके साथ ही सरकार द्वारा दिए जा रहे भारी अनुदान से किसान बिना अधिक निवेश किए इस योजना का लाभ उठा सकते हैं। यह योजना न सिर्फ किसानों के लिए फायदेमंद साबित हो रही है, बल्कि देश में हरित ऊर्जा के उत्पादन को भी बढ़ावा दे रही है।
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