Personal Loan : पर्सनल लोन की जरूरत किसी भी समय किसी को भी पड़ सकती है। किसी को घर के कुछ काम करवाने होते हैं, किसी को अचानक पैसे की जरूरत होती है या फिर शादी के लिए पैसों की आवश्यकता होती है। ऐसे में पर्सनल लोन एक आसान तरीका बन जाता है पैसे इकट्ठा करने का। लेकिन जब भी लोन की बात आती है, सबसे पहला सवाल ये उठता है कि सिबिल स्कोर कितना है। सिबिल स्कोर लोन पाने के लिए बेहद महत्वपूर्ण होता है, तो चलिए जानते हैं कि अगर आपको 1 लाख रुपये का पर्सनल लोन चाहिए, तो आपका सिबिल स्कोर कितना होना चाहिए।
कितना होना चाहिए सिबिल स्कोर?
अगर आपको 1 लाख रुपये का Personal Loan चाहिए, तो एक्सिस बैंक के अनुसार आपका सिबिल स्कोर 720 से 750 के बीच होना चाहिए। वहीं कुछ बैंकों और लेंडर्स 700 तक के सिबिल स्कोर पर भी लोन दे देते हैं। लेकिन अगर आपका सिबिल स्कोर इससे कम है, तो आपको लोन मिलने में समस्या हो सकती है। इसीलिए, बेहतर होता है कि समय रहते सिबिल स्कोर को सुधार लिया जाए ताकि लोन मिलना आसान हो।

अगर सिबिल स्कोर खराब हो तो क्या करें?
कभी-कभी ऐसा होता है कि किसी का सिबिल स्कोर खराब हो जाता है, लेकिन फिर भी वह पर्सनल लोन (Personal Loan) लेना चाहता है। तो चिंता की कोई बात नहीं है, क्योंकि इसके लिए कुछ रास्ते हैं जिनसे आप लोन ले सकते हैं, भले ही आपका सिबिल स्कोर अच्छा न हो।
सेक्योर Personal Loan लें:
अगर आपका सिबिल स्कोर कम है, तो आप सेक्योर पर्सनल लोन का विकल्प चुन सकते हैं। इसमें आपको अपनी संपत्ति जैसे कि एफडी (फिक्स्ड डिपॉजिट), या घर/गाड़ी को गिरवी रखना होता है। इसके बदले बैंक को यह यकीन होता है कि वह अपना पैसा वापस पा सकते हैं, और इसीलिए वे कम सिबिल स्कोर पर भी लोन दे सकते हैं।
अपनी वित्तीय स्थिति को दिखाएं:
अगर आपकी सिबिल स्कोर खराब है लेकिन आपकी आमदनी अच्छी है, तो आप अपनी सैलरी स्लिप, बैंक स्टेटमेंट या इनकम टैक्स रिटर्न जैसे दस्तावेज़ों को बैंक को दिखा सकते हैं। इससे बैंक को यह विश्वास हो सकता है कि आप समय पर लोन चुकता कर सकते हैं।
सिबिल स्कोर क्या है और ये कैसे खराब होता है?
सिबिल स्कोर एक तीन अंकों की संख्या होती है जो आपके क्रेडिट इतिहास पर आधारित होती है। यह 300 से लेकर 900 तक हो सकता है। जब आप अपने लोन और क्रेडिट कार्ड के बिल समय पर चुकाते हैं, तो आपका सिबिल स्कोर बढ़ता है। और अगर आप इन बिलों का भुगतान समय पर नहीं करते, तो आपका सिबिल स्कोर घटता है। आइए जानते हैं वो 7 वजहें जिनकी वजह से सिबिल स्कोर खराब हो सकता है:
- ईएमआई मिस करना: अगर आपने किसी लोन की ईएमआई मिस कर दी है तो इसका सीधा असर आपके सिबिल स्कोर पर पड़ता है। बार-बार ईएमआई मिस करने से सिबिल स्कोर घटता है और इससे आगे लोन मिलने में भी दिक्कत हो सकती है।
- बड़ा लोन लेना: अगर आपने पहले से बड़ा लोन ले रखा है, तो बैंक को लगता है कि आपकी पहले से बड़ी जिम्मेदारी है और आप दूसरा लोन नहीं चुका पाएंगे। इस वजह से आपका सिबिल स्कोर घट सकता है।
- बार-बार लोन के लिए आवेदन करना: कई बार लोग कई बैंकों में लोन के लिए आवेदन करते हैं। हर बैंक से जब सिबिल स्कोर चेक किया जाता है तो यह एक “हार्ड इन्क्वायरी” कहलाती है। इससे सिबिल स्कोर में गिरावट हो सकती है।
- क्रेडिट कार्ड से बड़ी खरीदारी करना: अगर आप क्रेडिट कार्ड से बड़ी या बहुत ज्यादा खरीदारी करते हैं, तो इससे आपके क्रेडिट यूटिलाइजेशन रेशियो का आंकड़ा बढ़ जाता है और सिबिल स्कोर घटने लगता है।
- क्रेडिट कार्ड इन्क्वायरी: बार-बार क्रेडिट कार्ड के लिए आवेदन करने से भी सिबिल स्कोर पर असर पड़ता है। यह भी एक हार्ड इन्क्वायरी होती है जो सिबिल स्कोर को घटा सकती है।
- क्रेडिट कार्ड बंद करना: अगर आप क्रेडिट कार्ड बंद करते हैं तो आपके पास जो क्रेडिट लिमिट थी, वह घट जाती है। इससे आपका क्रेडिट यूटिलाइजेशन रेशियो बढ़ता है और सिबिल स्कोर (Personal Loan) में गिरावट आ सकती है।

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