Unified Pension Scheme: कैसे UPS से मिलेगा NPS से ज्यादा फायदा, अब हर कर्मचारी को मिलेगी पेंशन

Harsh

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Unified Pension Scheme: भारत सरकार द्वारा केंद्रीय कर्मचारियों के लिए एक नई पेंशन योजना की शुरुआत की जा रही है, जिसे Unified Pension Scheme (UPS) कहा जा रहा है। यह योजना 1 अप्रैल 2025 से लागू होगी, और इसका लाभ उन कर्मचारियों को मिलेगा जो NPS (नेशनल पेंशन स्कीम) के तहत रिटायर हो चुके हैं या 31 मार्च 2025 तक रिटायर हो रहे हैं।

UPS के तहत, कर्मचारियों को अब एक सुनिश्चित पेंशन प्राप्त होगी, जो उनके अंतिम 12 महीनों की औसत बेसिक सैलरी का 50% होगी। इस योजना के तहत सरकारी कर्मचारियों को एक पेंशन मिलने का तरीका NPS से काफी अलग होगा। आइए जानते हैं कि Unified Pension Scheme और NPS में क्या अंतर है, और UPS के तहत कर्मचारियों को किस प्रकार के लाभ मिलेंगे।

Unified Pension Scheme
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Unified Pension Scheme (UPS) के तहत मिलने वाले लाभ

Unified Pension Scheme (UPS) उन कर्मचारियों के लिए एक बेहतरीन विकल्प है जो अपने भविष्य को सुरक्षित और सुनिश्चित करना चाहते हैं। UPS के तहत कर्मचारियों को एक निश्चित पेंशन प्राप्त होगी, जो उनकी अंतिम 12 महीनों की औसत बेसिक सैलरी का 50% होगी। इसके अलावा, UPS में कर्मचारियों को कुछ महत्वपूर्ण सुविधाएं दी जाती हैं, जैसे कि न्यूनतम 10,000 रुपये की पेंशन, भले ही उन्होंने 25 साल से कम सेवा की हो।

इस योजना के तहत, कर्मचारियों को पेंशन प्राप्त करने के लिए कम से कम 25 साल तक सरकारी सेवा में रहना होगा। अगर कोई कर्मचारी पहले सेवा से मृत हो जाता है, तो उसके परिवार को पेंशन का 60% मिलेगा। इसके अतिरिक्त, UPS के तहत 10 साल तक सेवा देने वाले कर्मचारियों को कम से कम 10,000 रुपये प्रति माह पेंशन दी जाएगी। अगर किसी कर्मचारी की सेवा 25 साल से कम और 10 साल से अधिक है, तो उनकी पेंशन की राशि समानुपातिक आधार पर निर्धारित की जाएगी।

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UPS के तहत कुछ और महत्वपूर्ण लाभ भी मिलते हैं, जैसे कि पेंशन के साथ-साथ महंगाई राहत (inflation index), जो विभिन्न इंडेक्स जैसे AICPE-IW के आधार पर निर्धारित होती है।

NPS (National Pension Scheme) और UPS में अंतर

NPS (National Pension Scheme) एक कंट्रीब्यूटरी स्कीम है, जिसका मतलब है कि इसमें कर्मचारियों को अपनी पेंशन में योगदान करना होता है। NPS के तहत, कर्मचारियों को अपने बेसिक वेतन का 10% योगदान देना होता है, जबकि राज्य सरकार केवल 14% का योगदान करती है। रिटायरमेंट के समय, कर्मचारी को अपने जमा किए गए फंड का 60% हिस्सा मिल जाता है, और बाकी 40% को पेंशन के रूप में इस्तेमाल किया जाता है।

NPS में किसी भी निश्चित पेंशन की गारंटी नहीं होती है, क्योंकि यह पूरी तरह से शेयर बाजार पर आधारित होता है। इसका मतलब है कि रिटायरमेंट के समय जो राशि मिलती है, वह शेयर बाजार की स्थितियों पर निर्भर करती है। NPS में महंगाई भत्ते का कोई प्रावधान नहीं है, और रिटायरमेंट पर मिलने वाली राशि पर टैक्स भी लगता है।

वहीं, Unified Pension Scheme (UPS) के तहत, कर्मचारियों को एक निश्चित पेंशन का लाभ मिलता है, जो उनके अंतिम 12 महीनों की औसत बेसिक सैलरी का 50% होती है। UPS में महंगाई भत्ता और पेंशन की गारंटी होती है, और यह एक स्थिर योजना है, जिससे कर्मचारियों को एक सुनिश्चित और स्थिर पेंशन मिलती है।

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UPS और NPS की तुलना

Unified Pension Scheme और NPS के बीच सबसे बड़ा अंतर यह है कि UPS कर्मचारियों को एक सुनिश्चित पेंशन प्रदान करता है, जबकि NPS शेयर बाजार पर आधारित है और इसमें पेंशन की कोई गारंटी नहीं होती। UPS में कर्मचारियों को 25 साल की सेवा के बाद सुनिश्चित पेंशन मिलती है, जबकि NPS में कर्मचारियों को अपने योगदान से पेंशन प्राप्त होती है। UPS में महंगाई भत्ते और अन्य लाभ मिलते हैं, जबकि NPS में इनकी कोई व्यवस्था नहीं है।

UPS योजना के तहत कर्मचारियों को एक निश्चित राशि मिलती है, जो उनके जीवनभर उनके लिए सुरक्षा का काम करती है। वहीं NPS के तहत कर्मचारी को रिटायरमेंट के समय मिलने वाली राशि पर शेयर बाजार का असर होता है, जिससे इसमें उतार-चढ़ाव आता है।

किसे मिलेगा Unified Pension Scheme का लाभ?

Unified Pension Scheme का लाभ मुख्य रूप से उन कर्मचारियों को मिलेगा जो 1 अप्रैल 2025 से पहले NPS के तहत रिटायर हो चुके हैं या रिटायर हो रहे हैं। कर्मचारियों को इस योजना का चयन करने का विकल्प दिया जाएगा, और वे NPS या UPS में से किसी एक को चुन सकते हैं। इस योजना का फायदा उन्हीं कर्मचारियों को मिलेगा जिन्होंने NPS के तहत रजिस्टर किया हुआ है।

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इसके अलावा, UPS में ओल्ड पेंशन स्कीम (OPS) और NPS दोनों के फायदे मिलते हैं। OPS को 2004 में समाप्त कर दिया गया था, और तब से NPS लागू किया गया है। UPS में पेंशन पाने के लिए कर्मचारियों को 25 साल की सेवा देनी होगी और इसके साथ ही अन्य शर्तें भी पूरी करनी होंगी।

Unified Pension Scheme
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कंक्लुजन 

Unified Pension Scheme (UPS) एक महत्वपूर्ण पहल है, जिसे केंद्र सरकार द्वारा कर्मचारियों की पेंशन सुरक्षा को बढ़ाने के लिए लागू किया जा रहा है। UPS के तहत कर्मचारियों को एक सुनिश्चित पेंशन मिलेगी, जो NPS से अलग है, क्योंकि NPS पूरी तरह से शेयर बाजार पर आधारित है और इसमें पेंशन की गारंटी नहीं होती।

UPS के तहत कर्मचारियों को बेहतर लाभ मिलते हैं, जैसे कि महंगाई भत्ता, परिवार पेंशन, और सुनिश्चित न्यूनतम पेंशन, जिससे कर्मचारियों का भविष्य सुरक्षित होता है। इस योजना का लाभ उठाने के लिए, कर्मचारियों को UPS का चयन करना होगा और यह सुनिश्चित करना होगा कि वे इसके सभी पात्रता मानदंडों को पूरा करते हैं।

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