Spot Reduction: स्पॉट फैट रिडक्शन, अब तक एक मिथक माना जाता था। सोशल मीडिया और फिटनेस इंडस्ट्री में इसको लेकर बहुत बार चर्चा हुई है, लेकिन इसको सच मानने वाले कम ही लोग हैं। जबकि हाल ही में आई एक स्टडी ने इस धारण को चुनौती दी है। इस अध्यन के मुताबिक़ शरीर के किसी विशेष हिस्से से वजन घटना संभव हो सकता है। आइए इस नई स्टडी और स्पॉट फैट रिडक्शन से जुड़ी जानकारी को विस्तार से समझते हैं।
स्पॉट फैट रिडक्शन क्या है?
स्पॉट फैट रिडक्शन का अर्थ है शरीर के किसी खास हिस्से से चर्बी को घटाना। उदाहरण के लिए, जैसे पेट की चर्बी को कम करने के लिए सीट अप करना या जांघो की चर्बी कम करने के लिए स्कॉट करना। यह प्रिक्रिया और शरीर के किसी भी एक हिस्से की चर्बी को कम करना की जाती है। ज्यादातर फिटनेस कोच और मेडिकल प्रोफेशनल इस मिथक को मानते हैं। उनका मानना है कि वजन घटाने की प्रिक्रिया पूरी शरीर पर एक सामान प्रभाव डालती है। किसी भी एक हिस्से सिर्फ वजन घटाना संभव ही नहीं है लेकिन नई स्टडी के अनुसार यह संभव है आईए जानते हैं नई स्टडी क्या कहती है?
नई स्टडी क्या कहती है?
एक स्टडी, जिसका जिक्र सेलिब्रिटी न्यूट्रिशन कोच रयान फर्नाडो ने किया है, स्पॉट फैट रिडक्शन की संभावना को समर्थन देती है। इस स्टडी में 16 मोटापे से ग्रसित लोगों को दो ग्रुप्स में बाटा गया है।
एक स्टडी जिसका जिक्र हाल ही में सेलिब्रिटी न्यूट्रिशन कोच रयान फर्नांडो ने किया है सपोर्ट फैट रिडक्शन की संभावना को सच बताती है। इस स्टडी में 16 मोटापे से जूझ रहे लोगों को दो ग्रुप में बांटा गया है। पहले ग्रुप को सिर्फ एंड्यूरेंस ट्रेनिंग दी गई जबकि दूसरे ग्रुप को एंड्यूरेंस के साथ पेट की एक्सरसाइज कराई गई। इस स्टडी में पाया गया कि दूसरे ग्रुप के लोग पेट से चार से पांच ज्यादा फैट बर्न करने में कामयाब रहे। यह परिणाम इस बात की ओर इशारा करता है कि स्पॉट फैट रिडक्शन संभव है लेकिन यह पूरी तरह से इंसान की क्षमता और वर्कआउट पर निर्भर करता है।
क्या आपको स्पॉट फैट रिडक्शन आजमाना चाहिए?
इस सवाल का जवाब व्यक्ति की सेहत और शारीरिक शमता पर निर्भर करता है। अगर आप शरीर के किसी हिस्से से वजन घटना चाहते हैं,तो आप अपनी नॉर्मल एक्सरसाइज में उस हिस्से से जुड़े हुए वर्कआउट ज़रूर शामिल करें। उदाहरण के लिए:
- पेट की चर्बी कम करने के लिए हमें करना चाहिए।
- जांघों की चर्बी के लिए करनी होती है।
- बाजुओं की चर्बी के लिए पुश अप्स और बाईपास ।
लेकिन ध्यान रखें,कि स्पॉट फैट रिडक्शन पर भरोसा करना भी ठीक नहीं है। हर व्यक्ति का शरीर अलग अलग प्रकार का होता है और वर्क आउट जा असर भी अलग अलग होता है।
अगर आपको भी स्पॉट फैट रिडक्शन आजमाना है तो यह आपकी सेहत और शारीरिक क्षमता पर निर्भर करता है कि आप इसमें कितने कामयाब हो पाएंगे। अगर आप शरीर के किसी हिस्से का वजन कम करना चाहते हैं, तो आप अपनी नॉर्मल एक्सरसाइज में उस हिस्से से जुड़े हुए वर्क आउट जरूर शामिल करें। उदाहरण के लिए यदि आप पेट की चर्बी को कम करना चाहते हैं तो आपको प्लैंक करना चाहिए। जांघों की चर्बी को कम करना चाहते हैं तो आपको लेग लिफ्ट की एक्सरसाइज करनी चाहिए। बाजू की चर्बी के लिए पुश अप्स और बाईपास कर्ल करना चाहिए।
लेकिन ध्यान रखने वाली बात यह है कि स्पॉट फैट रिडक्शन पर पूरी तरह से भरोसा करना ठीक नहीं है। हर इंसान का शरीर अलग-अलग तरह का होता है और वर्क आउट असर भी अलग-अलग तरह से ही करता है। इसलिए बेहतर यह है कि आप किसी एक्सपर्ट से सलाह जरूर लें।
स्पॉट फैट रिडक्शन के लिए कुछ सावधानियां बरतें?
अपनी फिटनेस प्लान मे बदलाव करने से पहले किसी एक्सपर्ट से सलाह लें। संतुलित डाइट और नियमित वर्क आउट को प्राथमिकता दें। किसी एक हिस्से पर फोकस करने के साथ साथ पूरे शरीर की फिटनेस का ध्यान रखें।
निष्कर्ष:
स्पॉट फिटनेस रिडक्शन के बारे में पूरी तरह से पुख्ता रिजल्ट सामने नहीं नहीं आए हैं नई स्टडी इस तरफ इशारा तो करती है, लेकिन यह पूरी तरह से प्रमाणित नहीं है। फिर भी स्पॉट फैट रिडक्शन काम करेगा या नहीं ये व्यक्ति की क्षमता, सेहत और वर्कआउट पर निर्भर करता है। इसीलिए कोई सा भी वर्कआउट करने से पहले किसी एक्सपर्ट से जरूर सलाह लें। अपने शरीर की जरूरतों को समझे। स्पॉट फैट रिडक्शन के साथ साथ संतुलित डाइट और नियमित एक्सरसाइज कर के आप बहुत अच्छे परिणाम पा सकते हैं।
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