Mock Drill Alert!: नमस्कार मैं सौरभ ठाकुर dailynews24 से आपको बताते चले की आने वाली 7 मई को पूरे भारत में हवाई हमले के सायरन गूंजने वाले हैं। यह कोई अफवाह नहीं बल्कि केंद्रीय गृह मंत्रालय द्वारा निर्देशित एक हाई अलर्ट मॉक ड्रिल है, जिसमें देश के कई राज्यों में Air Raid Sirens बजाकर नागरिकों को चेताया जाएगा। हाल ही में पहलगाम आतंकी हमले के बाद देश में भारी तनाव है, और इसी के मद्देनज़र यह अभ्यास किया जा रहा है। ऐसे में अगर आप इस दिन बाहर हैं, तो यह खबर आपके लिए बेहद जरूरी है। यह मॉक ड्रिल युद्ध जैसी स्थिति की तैयारी का हिस्सा है, और इसका सीधा कनेक्शन यूक्रेन के Air Alarm ऐप से भी जुड़ता है। आगे जानिए, भारत में यह सिस्टम कैसे काम करेगा और आपको क्या सावधानियां बरतनी होंगी।
Mock Drill in India: 7 मई को देशभर में हवाई हमले की मॉक ड्रिल, जानें क्यों जरूरी है यह अभ्यास
हाल ही में जम्मू-कश्मीर के पहलगाम इलाके में हुए आतंकवादी हमले ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है। इस हमले में निर्दोष नागरिकों की जान चली गई, जिससे जनता में आक्रोश और भारत-पाकिस्तान के बीच तनाव का माहौल बना हुआ है। इसी स्थिति को ध्यान में रखते हुए भारत सरकार ने 7 मई को एक मॉक ड्रिल आयोजित करने का निर्णय लिया है, जिसमें हवाई हमले की स्थिति में नागरिकों को अलर्ट करने के लिए सायरन बजाए जाएंगे।
Mock Drill Alert!: गृहमंत्रालय ने राज्यों को दिए निर्देश, हवाई हमले के सायरन बजाकर किया जाएगा अलर्ट
सूत्रों के अनुसार, केंद्रीय गृह मंत्रालय ने देश के कई राज्यों को निर्देश दिया है कि वे 7 मई को सिविल डिफेंस मॉक ड्रिल आयोजित करें। इस ड्रिल के दौरान, हवाई हमले के अलर्ट देने वाले सायरन पूरे शहर या चुनिंदा क्षेत्रों में बजाए जाएंगे। इन सायरनों का उद्देश्य नागरिकों को सतर्क करना है ताकि वे निकटतम सुरक्षित स्थान पर पहुंच सकें।
यह कदम इसलिए भी अहम है क्योंकि सीमावर्ती क्षेत्रों और मेट्रो शहरों में आपातकालीन स्थितियों से निपटने की तैयारी जरूरी हो गई है। यह ड्रिल युद्ध जैसी परिस्थिति में नागरिकों की प्रतिक्रिया और सुरक्षा को जांचने का एक तरीका है।
एयर अलार्म ऐप से नागरिकों को मिलता है अलर्ट (Ukraine’s Air Alarm App: A Model for India)
भारत की यह पहल यूक्रेन के मॉडल से प्रेरित मानी जा रही है। यूक्रेन में रूस के साथ चल रहे युद्ध के दौरान, नागरिकों को हवाई हमले से पहले Air Alarm App के माध्यम से अलर्ट किया जाता है।
इस ऐप को यूक्रेनी सरकार द्वारा विकसित किया गया है और यह यूजर्स के चुने हुए इलाके में तेज आवाज में अलार्म बजाकर हवाई हमले की जानकारी देता है। यह ऐप बिना किसी पर्सनल डेटा के, बिना रजिस्ट्रेशन के और बिना जियोलोकेशन ट्रैकिंग के काम करता है।
Air Alarm ऐप के खास फीचर्स (Key Features of Air Alarm App):
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यह ऐप मोबाइल साइलेंट मोड में भी मैक्सिमम वॉल्यूम पर अलर्ट भेजता है।
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किसी भी पर्सनल जानकारी की जरूरत नहीं होती है।
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यूजर अपने अनुसार क्षेत्र चुन सकते हैं ताकि उन्हें उस विशेष स्थान के अलर्ट मिल सकें।
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यह ऐप Google Play Store और Apple App Store दोनों पर उपलब्ध है।
डिजिटल अलर्ट सिस्टम की ओर भारत का कदम
भारत में फिलहाल ऐसे ऐप्स की कमी है जो नागरिकों को आपातकालीन स्थितियों में रियल टाइम अलर्ट भेज सकें। लेकिन सरकार की यह मॉक ड्रिल इस दिशा में एक शुरुआती कदम माना जा रहा है। भविष्य में भारत भी संभवतः यूक्रेन की तरह डिजिटल अलर्ट सिस्टम विकसित कर सकता है, जिससे समय पर अलर्ट भेजकर जनहानि को रोका जा सके।
तैयारियों की हो रही है परख
देश की सुरक्षा सिर्फ सीमाओं तक सीमित नहीं होती, नागरिकों की जागरूकता और तैयारी भी उतनी ही महत्वपूर्ण होती है। 7 मई की यह मॉक ड्रिल केवल एक अभ्यास नहीं, बल्कि यह दर्शाती है कि भारत अब सुरक्षा को लेकर और अधिक सतर्क हो चुका है।