Shreegauri Sawant: बॉलीवुड की जानी-मानी अभिनेत्री सुष्मिता सेन ने जिस ट्रांसजेंडर की भूमिका ताली वेब सीरीज में निभाई है उसका नाम ‘श्रीगौरी सावंत’ है। यह वेब सीरीज 15 Aug को जिओ सिनेमा पर रिलीज की गई थी। वाह एक पुलिस अफसर के बेटे गणेश से ‘श्रीगौरी सावंत’ बनने तक कम कर सफर काफी दर्द भरा रहा हालांकि श्रीगौरी सावंत सामाजिक कार्यकर्ता के तौर पर ट्रांसजेंडर्स और सेक्स वर्कर्स के लिए काम करती हैं। चलिए जानते हैं उनके बारे में
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इनका जन्म एक पुलिस अफसर के घर गणेश के रूप में हुआ। यह पुणे की रहने वाली है। गणेश को महिलाओं की तरह दिखना अच्छा लगता था। इन्हें लड़कों की तरह रहना और दिखाना बिल्कुल भी पसंद नहीं था। हालांकि, उसके पिता को गणेश का लड़कियों की तरह सजना पसंद नहीं था। इनकी मां का निधन 9 वर्ष की आयु में ही हो चुका था।
लड़की की तरह रहने की वजह से उन्हें उनके पिता ने स्वीकार नहीं किया और उन्होंने अपना घर 14- 15 साल की उम्र में ही छोड़ दिया। इनका जीवन शुरू से ही कठिनाइयों से भरा रहा। शुरुआती दौर में उन्होंने एक एनजीओ ‘हमसफर ट्रस्ट’ ज्वाइन किया था। बाद में उन्होंने एक NGO ‘सखी चार चौगी’ का शुरुआत किया।
श्रीगौरी सावंत का कहना था कि वह अपने 3 भाई-बहन में सबसे छोटी थी इसलिए भगवान ने शायद उन्हें थर्ड बनाकर भेजा। गणेश का ट्रांसजेंडर होने के कारण कोई भी फोन से बात नहीं करता था और ताने भी दिए जाते थे। इन सब बातों से उनके हृदय को काफी ठेस पहुंचता था।
श्रीगौरी सावंत शुरू से ही हक और अधिकारों के लिए लड़ा। धारा 377 का उन्होंने काफी विरोध किया था। अरे ट्रांसजेंडर को आधार कार्ड बनवाने की भी लड़ाई इन्होंने लड़ी। वह राष्ट्रीय कानूनी सेवा प्राधिकरण की एक याची थी। इसमें उन्हें जीत मिली और इसके लिए उन्हें कई अवार्ड से सम्मानित किया जा चुका है। साथी गौरी सावंत 2014 में थर्ड जेंडर को गोद लेने का अधिकार के लिए सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर करने वाली पहली ट्रांसजेंडर थी।
श्रीगौरी सावंत का NGO नौकरी ढूंढने और एचआईवी/ एड्स से ग्रसित लोगों की भी सहायता करता है। उनका नाम गणेश से गौरी सावंत पड़ने का कारण यह है कि वह बड़ी होकर मां बनना चाहते थी। इसी कारण उन्होंने अपना नाम श्रीगौरी सावंत रखा।