Kisan Kalyan Yojana: किसानों के लिए सरकारी राहत, जानिए कैसे मिलेगा बड़ा फायदा

Harsh

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Kisan Kalyan Yojana मध्यप्रदेश सरकार की एक महत्वपूर्ण पहल है, जिसका उद्देश्य राज्य के किसानों की आय में वृद्धि और कृषि को लाभकारी बनाना है। इस योजना के तहत किसानों को प्राकृतिक खेती के लिए प्रोत्साहित करने, उनकी आर्थिक स्थिति को मजबूत बनाने और कृषि क्षेत्र में सुधार लाने के लिए कई योजनाओं का शुभारंभ किया गया है। इस लेख में हम आपको विस्तार से बताएंगे कि Kisan Kalyan Yojana के तहत उठाए गए कदम क्या हैं और उनका किसानों पर क्या असर होगा।

Kisan Kalyan Yojana और नई योजनाएं

मध्यप्रदेश सरकार ने Kisan Kalyan Yojana के तहत कई योजनाओं की शुरुआत की है, जिनका उद्देश्य किसानों को प्राकृतिक खेती की ओर प्रोत्साहित करना और उनकी आर्थिक स्थिति को सुदृढ़ बनाना है। इस योजना के तहत, प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देने के लिए मध्यप्रदेश प्राकृतिक कृषि विकास बोर्ड का गठन किया गया है। इसके अलावा, एक ऑनलाइन पोर्टल भी शुरू किया गया है, जिस पर अब तक 72,967 किसानों ने पंजीकरण कराया है। यह पोर्टल किसानों के लिए सहायता का मुख्य स्रोत बन चुका है।

मुख्यमंत्री Kisan Kalyan Yojana का लाभ

Kisan Kalyan Yojana

Kisan Kalyan Yojana के तहत मुख्यमंत्री किसान कल्याण योजना ने पिछले वर्ष 81 लाख से अधिक किसानों को 4,000 करोड़ रुपये से अधिक का लाभ दिया। इसके अलावा, रानी दुर्गावती श्रीअन्न प्रोत्साहन योजना में किसानों को 1,000 रुपये प्रति क्विंटल की दर से अधिकतम 3,900 रुपये प्रति हेक्टेयर की सहायता दी जा रही है। इसके साथ ही, किसानों को शून्य प्रतिशत ब्याज पर अल्पकालीन फसल ऋण देने के लिए 600 करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है, जो उनके लिए एक बड़ी राहत है।

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समर्थन मूल्य और अन्य पहलें

इस वर्ष Kisan Kalyan Yojana के तहत सोयाबीन का समर्थन मूल्य 4,892 रुपये प्रति क्विंटल निर्धारित किया गया है। इसके तहत, लगभग 2 लाख किसानों से सोयाबीन की खरीद की गई और उन्हें 3,000 करोड़ रुपये से अधिक का भुगतान किया गया। इसके अलावा, खरीफ सीजन 2024 में किसानों को 1.23 लाख क्विंटल से अधिक प्रमाणित बीज वितरित किए गए। इस कदम से किसानों को बेहतर गुणवत्ता का बीज मिलेगा, जिससे उनकी फसल की पैदावार में वृद्धि हो सकेगी।

सिंचित क्षेत्र का विस्तार और सौर ऊर्जा योजनाएं

मध्यप्रदेश सरकार ने सिंचित क्षेत्र को अगले पांच वर्षों में 50 लाख हेक्टेयर से बढ़ाकर 1 करोड़ हेक्टेयर करने का लक्ष्य रखा है। इसके साथ ही, किसानों को सौर ऊर्जा से लाभान्वित करने के लिए मुख्यमंत्री सोलर पंप योजना को अब प्रधानमंत्री कृषक मित्र सूर्य योजना के नाम से लागू किया गया है। इस योजना के तहत 1.25 लाख किसानों को सौर ऊर्जा पंप प्रदान किए जाएंगे, जिससे किसानों को अपनी कृषि जल आपूर्ति के लिए सस्ती ऊर्जा प्राप्त होगी।

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फसल विविधीकरण और उद्यानिकी में नवाचार

Kisan Kalyan Yojana के तहत सरकार किसानों को अधिक मुनाफे वाली फसलों की खेती करने के लिए प्रेरित कर रही है। मध्यप्रदेश में 26 लाख हेक्टेयर से अधिक भूमि पर उद्यानिकी फसलों की खेती की जाती है। इस योजना के तहत, राज्य में 50 हाइटेक नर्सरी बनाई जा रही हैं, और इन नर्सरी के प्रबंधन के लिए ई-नर्सरी पोर्टल भी तैयार किया गया है, जिससे किसानों को अधिक लाभकारी फसलें उगाने में मदद मिलेगी।

क्या होगा असर?

Kisan Kalyan Yojana के तहत उठाए गए कदम किसानों की आय बढ़ाने और कृषि को लाभकारी बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण साबित हो सकते हैं। हालांकि, इन योजनाओं का वास्तविक असर किस हद तक होगा, यह आने वाले समय में ही स्पष्ट होगा। किसान संगठनों का कहना है कि योजनाओं का लाभ किसानों तक सही तरीके से पहुंचे, यह सुनिश्चित करना जरूरी है। इसके साथ ही, किसानों की समस्याओं को गंभीरता से सुनकर सरकार को ठोस कदम उठाने की आवश्यकता है।

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Kisan Kalyan Yojana
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कंक्लुजन 

Kisan Kalyan Yojana मध्यप्रदेश सरकार की एक प्रमुख योजना है, जो किसानों के लिए एक नई उम्मीद लेकर आई है। हालांकि, योजनाओं का असर किसानों की जमीनी स्थिति पर क्या होगा, यह समय ही बताएगा। सरकार को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि योजनाओं का लाभ सही तरीके से किसानों तक पहुंचे, ताकि उनका जीवन स्तर बेहतर हो सके। इसके साथ ही, किसानों को सरकार से जरूरी सहायता और कदमों की अपेक्षाएं भी हैं।

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