Farmer ID 2025: भारत सरकार ने किसानों को डिजिटल रूप से सशक्त बनाने और सरकारी योजनाओं का लाभ बिना अड़चन पहुंचाने के लिए Farmer ID की शुरुआत की है। अब हर किसान को एक यूनिक डिजिटल पहचान मिलेगी जिससे वे सीधे सरकारी योजनाओं, सब्सिडी और सेवाओं से जुड़ सकेंगे। यह पहचान न केवल आधार से लिंक होगी बल्कि किसान की जमीन, फसल, बैंक और व्यक्तिगत जानकारी को भी एक प्लेटफॉर्म पर जोड़ देगी।
Farmer ID के जरिए अब किसानों को बार-बार दस्तावेज़ जमा नहीं करने होंगे और सभी सेवाएं एक क्लिक में मिलेंगी। सरकार का लक्ष्य 2027 तक 11 करोड़ किसानों को यह सुविधा देना है।
Farmer ID से जुड़ी मुख्य जानकारी
जानकारी का बिंदु | विवरण |
योजना का नाम | कृषक परिचय पत्र / Farmer ID |
उद्देश्य | किसानों को यूनिक डिजिटल पहचान देना |
लक्ष्य | 2027 तक 11 करोड़ किसान इस सुविधा से जुड़ें |
प्रमुख विशेषताएं | आधार लिंक्ड, फसल/भूमि/बैंक डेटा रिकॉर्ड, सभी योजनाएं एक प्लेटफॉर्म पर |
संबंधित मंत्रालय | कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय |
कुल बजट | ₹2,817 करोड़ (डिजिटल एग्रीकल्चर मिशन के अंतर्गत) |
पंजीकरण माध्यम | ऑनलाइन पोर्टल (राज्य कृषि विभाग या केंद्र सरकार का पोर्टल) |
Farmer ID मिलने के बाद क्या-क्या होंगे फायदे
इस यूनिक आईडी से किसानों को सीधे सरकार की योजनाओं जैसे पीएम किसान सम्मान निधि, फसल बीमा योजना, पीएम कुसुम योजना जैसी सेवाओं का लाभ मिलेगा।
सभी जरूरी जानकारी जैसे किसान की जमीन का रिकॉर्ड, बैंक खाता, फसल का डेटा और व्यक्तिगत जानकारी सुरक्षित और डिजिटल रूप में स्टोर होगी। इससे योजनाओं में पारदर्शिता आएगी, धोखाधड़ी कम होगी और लाभ जल्द और सीधे किसानों तक पहुंचेगा।
इसके अलावा किसानों को अब अलग-अलग रजिस्ट्रेशन की आवश्यकता नहीं होगी, एक ही ID से सभी योजनाओं का लाभ ले सकेंगे। यह प्रक्रिया तेज़ और पेपरलेस होगी जिससे समय की बचत होगी और कागजी कार्रवाई भी घटेगी।
Farmer ID के लिए पात्रता और जरूरी दस्तावेज़
जो किसान भारत में सक्रिय रूप से खेती कर रहे हैं, चाहे जमीन खुद की हो या पट्टे पर ली गई हो, वे इस ID के लिए पात्र हैं।
इसके लिए जरूरी है कि किसान के पास वैध आधार कार्ड, बैंक खाता (आधार से लिंक्ड), मोबाइल नंबर और भूमि के स्वामित्व के दस्तावेज़ हों। इसके साथ ही पासपोर्ट साइज फोटो और पता प्रमाण पत्र (जैसे राशन कार्ड या वोटर आईडी) भी जरूरी होंगे।
Farmer ID के लिए ऑनलाइन आवेदन कैसे करें
सबसे पहले किसान को अपने राज्य के कृषि विभाग की वेबसाइट या केंद्र सरकार के पोर्टल पर जाना होगा। वहां “Farmer ID Registration” या “New Farmer Registration” ऑप्शन पर क्लिक करके आवेदन फॉर्म भरना होगा जिसमें आधार नंबर, मोबाइल नंबर, पता, बैंक डिटेल्स और फसल संबंधी जानकारी शामिल होती है।
इसके बाद जरूरी दस्तावेज़ अपलोड करके फॉर्म सबमिट करना होगा। जानकारी वेरिफाई होने के बाद किसान को SMS या ईमेल के जरिए उसकी यूनिक Farmer ID प्राप्त हो जाएगी जिसे पोर्टल से डाउनलोड भी किया जा सकता है।
रजिस्ट्रेशन के बाद क्या करें
Farmer ID मिलने के बाद किसान को उसका प्रिंट निकालकर सुरक्षित रखना चाहिए। भविष्य में किसी भी योजना के लिए यही आईडी काम आएगी। अगर किसी भी जानकारी को अपडेट करना हो तो पोर्टल पर लॉगिन करके वह भी संभव है। समय-समय पर पोर्टल पर जाकर नई योजनाओं और अपडेट्स की जानकारी लेना भी फायदेमंद रहेगा।

कंक्लुजन
Farmer ID सिर्फ एक डिजिटल पहचान नहीं बल्कि किसानों के लिए एक सशक्तिकरण का साधन है। इससे न सिर्फ योजनाओं का लाभ सीधे मिलेगा बल्कि नीति निर्धारण में भी किसानों की भागीदारी और जरूरतों को प्राथमिकता दी जा सकेगी।
सरकार द्वारा बनाई गई यह व्यवस्था पारदर्शिता और प्रभावशीलता दोनों को बढ़ावा देती है। हर किसान को इस अवसर का लाभ उठाना चाहिए और समय रहते Farmer ID रजिस्ट्रेशन करवा लेना चाहिए, ताकि वह भी डिजिटल इंडिया के कृषि संस्करण से जुड़ सके।
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