PM KisanYojana: भारत सरकार द्वारा किसानों को आर्थिक सहायता देने के लिए चलाई जा रही PM KisanYojana लाखों किसानों के लिए वरदान साबित हुई है। इस योजना के तहत पात्र किसानों को हर साल 6000 रुपये तीन बराबर किस्तों में सीधे उनके बैंक खाते में ट्रांसफर किए जाते हैं। अब किसानों को 20वीं किस्त का बेसब्री से इंतजार है, लेकिन कई किसानों के लिए चिंता की बात यह है कि कुछ मामलों में यह किस्त अटक सकती है। आइए जानते हैं कि किस वजह से PM KisanYojana की 20वीं किस्त रुक सकती है और किन किसानों को सतर्क रहने की जरूरत है।
कब आ सकती है PM KisanYojana की 20वीं किस्त
PM KisanYojana के तहत अब तक 19 किस्तें किसानों के खातों में ट्रांसफर की जा चुकी हैं। योजना के तहत हर चार महीने में एक किस्त जारी की जाती है। पिछली 18वीं किस्त अक्टूबर में और 19वीं किस्त फरवरी में दी गई थी। इसी पैटर्न को देखते हुए अनुमान है कि 20वीं किस्त जून 2024 में जारी हो सकती है। हालांकि सरकार की ओर से आधिकारिक तिथि की घोषणा का अभी इंतजार है, इसलिए किसानों को योजना की आधिकारिक वेबसाइट pmkisan.gov.in पर नजर बनाए रखनी चाहिए।

क्यों अटक सकती है PM KisanYojana की किस्त
PM KisanYojana का लाभ उठाने के लिए सरकार ने कुछ जरूरी शर्तें तय की हैं। यदि किसान इन शर्तों को पूरा नहीं करते हैं तो उनकी किस्त रुक सकती है। ये शर्तें किसानों की पहचान सत्यापन, भूमि सत्यापन और बैंक खाता से संबंधित हैं। अगर इनमें से कोई भी प्रक्रिया पूरी नहीं की गई है तो किस्त आने में बाधा आ सकती है।
ई-केवाईसी नहीं करवाने से रुक सकता है पैसा
PM KisanYojana में ई-केवाईसी (e-KYC) करवाना अनिवार्य कर दिया गया है। यदि कोई किसान अब तक ई-केवाईसी नहीं करवा पाया है तो उसकी अगली किस्त अटक सकती है। ई-केवाईसी कराने के लिए किसान नजदीकी कॉमन सर्विस सेंटर (CSC) या योजना की वेबसाइट या मोबाइल ऐप का सहारा ले सकते हैं। यह प्रक्रिया पूरी करना बेहद जरूरी है ताकि भुगतान में कोई अड़चन न आए।
भू-सत्यापन न करवाने पर भी हो सकती है दिक्कत
भू-सत्यापन यानी भूमि के दस्तावेजों की जांच भी PM KisanYojana में अनिवार्य कर दी गई है। सरकार यह सुनिश्चित करना चाहती है कि केवल वास्तविक किसान ही योजना का लाभ उठाएं। यदि किसी किसान ने भू-सत्यापन नहीं करवाया है तो उसकी 20वीं किस्त रोक दी जा सकती है। इस प्रक्रिया में जमीन से संबंधित दस्तावेजों का स्थानीय प्रशासन द्वारा सत्यापन किया जाता है।
आधार-बैंक लिंकिंग पूरी नहीं होने से भी हो सकती है परेशानी
अगर किसी किसान ने अपने आधार कार्ड को बैंक खाते से लिंक नहीं करवाया है तो भी PM KisanYojana की किस्त उसके खाते में नहीं आएगी। आधार लिंकिंग अब अनिवार्य है ताकि किसी भी तरह की धोखाधड़ी से बचा जा सके और सही किसान को लाभ मिल सके। आधार और बैंक लिंकिंग का काम नजदीकी बैंक शाखा में जाकर या ऑनलाइन माध्यम से करवाया जा सकता है।
सही दस्तावेजों और रिकॉर्ड का भी रखें ध्यान
सरकार ने योजना का लाभ केवल सही पात्र किसानों तक पहुंचाने के लिए दस्तावेजों की सही जानकारी और समय-समय पर रिकॉर्ड अपडेट करना अनिवार्य किया है। यदि दस्तावेजों में कोई गड़बड़ी होती है या जानकारी अधूरी होती है तो भी किस्त अटक सकती है। किसानों को सलाह दी जाती है कि वे अपने सभी कागजात जांच लें और अगर कोई त्रुटि हो तो समय रहते उसे सुधार लें।

सही प्रक्रिया अपनाएं और समय पर पाएं PM KisanYojana का लाभ
PM KisanYojana किसानों के लिए एक बड़ी राहत है, लेकिन इसका पूरा लाभ पाने के लिए जरूरी है कि सभी औपचारिकताओं को समय पर पूरा किया जाए। ई-केवाईसी, भू-सत्यापन और आधार-बैंक लिंकिंग जैसे जरूरी कार्यों को जल्द से जल्द पूरा करके किसान यह सुनिश्चित कर सकते हैं कि उनकी 20वीं किस्त बिना किसी देरी के सीधे उनके बैंक खाते में पहुंच जाए।
यदि आपने अब तक इन जरूरी कामों को पूरा नहीं किया है तो जल्द से जल्द इन्हें करवा लें ताकि भविष्य में कोई समस्या न आए। सही तैयारी और सतर्कता से आप प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के सभी लाभों का पूरा फायदा उठा सकते हैं।
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