लॉ कॉलेजों में Forensic Science की शुरुआत, सरकार जल्द कर सकती है अहम फैसला

Ansa Azhar

Published on:

Follow Us

आधुनिक युग में अपराधों की बढ़ती संख्या ने न्याय प्रक्रिया में नई चुनौतियों को जन्म दिया है। ऐसे में न्याय प्रणाली को और अधिक प्रभावी बनाने के लिए Forensic Science जैसे तकनीकी और वैज्ञानिक विषयों को विधि शिक्षा में शामिल करने की आवश्यकता को महसूस किया जा रहा है। इसी दिशा में राज्य सरकार ने कदम बढ़ाने का संकेत दिया है।

Forensic Science क्या है?

Forensic Science एक ऐसा विज्ञान है जो अपराधों की जांच में मदद करता है। इसमें वैज्ञानिक तरीकों और तकनीकों का उपयोग करके अपराध से जुड़े साक्ष्य (जैसे खून, बाल, फिंगरप्रिंट, हथियार आदि) की जांच की जाती है। इसका मुख्य उद्देश्य यह पता लगाना होता है कि अपराध कैसे और किसने किया।

विधि शिक्षा में Forensic Science का महत्व

राज्य के विधि मंत्री एच.के. पाटिल ने हाल ही में बेलगावी में आयोजित एक सम्मेलन में यह घोषणा की कि विधि शिक्षा के पाठ्यक्रम में Forensic Science जैसे महत्वपूर्ण विषयों को शामिल करने पर विचार किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि यह कदम न्याय व्यवस्था को अधिक सक्षम और वैज्ञानिक दृष्टिकोण प्रदान करेगा।

मंत्री पाटिल ने बताया कि हत्या, आत्महत्या, जहरखोरी, नशीली दवाओं का दुरुपयोग और अप्राकृतिक मृत्यु जैसे मामलों में Forensic Science की मदद से सटीक और निर्णायक साक्ष्य जुटाए जा सकते हैं। इन मामलों में यह विज्ञान न्याय प्रक्रिया का अभिन्न हिस्सा बन चुका है, जो अपराधों के समाधान में अपना महत्वपूर्ण योगदान देगा।

यह भी पढ़ें  IGNOU Admission 2025: एडमिशन की अंतिम तारीख नजदीक, इन प्रोग्राम्स में करें आवेदन

Forensic Science

फोरेंसिक विशेषज्ञों की बढ़ती संख्या

केएलई सोसाइटी के अध्यक्ष प्रभाकर कोरे ने कहा कि Forensic Science और विष विज्ञान के क्षेत्र में प्रशिक्षित विशेषज्ञों की संख्या में पिछले कुछ दशकों में काफी वृद्धि हुई है। जहां 1980 के दशक में ऐसे विशेषज्ञ मिलना दुर्लभ था, वहीं अब पोस्टमार्टम जैसी जटिल प्रक्रियाएं आसानी से की जा रही हैं। उन्होंने सुझाव दिया कि सरकार को इस क्षेत्र में और अधिक पेशेवरों को प्रशिक्षित करने पर जोर देना चाहिए।

न्याय व्यवस्था को अधिक सशक्त और आधुनिक बनाने के लिए Forensic S का समावेश अनिवार्य हो गया है। यह कदम न केवल आपराधिक मामलों की सटीकता सुनिश्चित करेगा, बल्कि समाज में कानून और व्यवस्था को भी मजबूत करेगा। सरकार का यह प्रयास विधि शिक्षा और न्याय प्रणाली को नए आयाम प्रदान कर सकता है।

यह भी पढ़ें  TSPSC EO Result 2025 Out: यहाँ से देखें अपना रिज़ल्ट

इन्हे भी पढें: