हर छात्र का सपना होता है कि वह दुनिया के बेहतरीन विश्वविद्यालयों से शिक्षा हासिल करें। खासतौर पर जो छात्र उच्च शिक्षा के लिए विदेश जाना चाहते हैं, उन्हें कई प्रक्रियाओं से गुजरना भी पड़ता है। विदेश में दाखिला लेना सिर्फ वीजा और आर्थिक तैयारी तक सीमित नहीं है, बल्कि इसके लिए जरूरी होता है कि आप कुछ महत्वपूर्ण परीक्षाओं को भी अच्छे से पास करें। ऐसी ही एक अहम परीक्षा है TOFEL। आज हम इसी परीक्षा के बारे में विस्तार से बात करेंगे।
क्या है TOFEL परीक्षा?
TOFEL (Test of English as a Foreign Language) एक ऐसी परीक्षा है जो यह परखती है कि आपकी अंग्रेजी भाषा पर कितनी अच्छी पकड़ है। चूंकि विदेश में पढ़ाई के दौरान अंग्रेजी ही बात चीत का मुख्य माध्यम होती है, इसलिए यह परीक्षा छात्रों की पढ़ने, लिखने, बोलने और सुनने की अंग्रेजी क्षमता को जांचने का एक महत्वपूर्ण माध्यम बन गई है। यह परीक्षा विशेष रूप से उन छात्रों के लिए होती है, जो यूजी (स्नातक) और पीजी (स्नातकोत्तर) कोर्सेज में दाखिला लेने के इछुक हैं।
क्यों है TOFEL जरूरी?
विदेशों में लगभग 10,000 से अधिक विश्वविद्यालय और एजेंसियां TOFEL स्कोर को मान्यता देती हैं। यह न केवल स्नातक और स्नातकोत्तर कोर्सेज बल्कि डॉक्टरेट और फेलोशिप कार्यक्रमों में भी दाखिला पाने का एक जरिया बन चुकी है। इस परीक्षा को पार किए बिना आप कई प्रतिष्ठित विश्वविद्यालयों में दाखिला नहीं ले पाएंगे।
TOFEL परीक्षा का प्रारूप
TOFEL की परीक्षा दो फॉर्मेट्स में आयोजित की जाती है:
1. इंटरनेट बेस्ड टेस्ट (iBT): यह ऑनलाइन परीक्षा है, जिसे आजकल अधिकतर विश्वविद्यालय मान्यता देते हैं।
2. पेपर बेस्ड टेस्ट (PBT): यह विकल्प उन क्षेत्रों के लिए है जहां इंटरनेट सुविधा सीमित है।
छात्र अपनी सुविधा के अनुसार इनमें से किसी भी फॉर्मेट को चुन सकते हैं। इस परीक्षा को पास करने के लिए कम से कम 78 अंक आवश्यक आने होते हैं। परीक्षा के परिणाम 10 दिनों के भीतर घोषित कर दिए जाते हैं।
TOFEL देने की योग्यता
इस परीक्षा में शामिल होने के लिए न्यूनतम उम्र 18 वर्ष होनी चाहिए। हालांकि, अधिकतम उम्र की कोई सीमा नहीं होती है। इसके अलावा, किसी भी मान्यता प्राप्त बोर्ड से 12वीं पास होना अनिवार्य है। यह परीक्षा साल में 60 से अधिक बार आयोजित होती है, जिससे छात्रों को अपने शेड्यूल के अनुसार परीक्षा देने का अच्छा मौका मिलता है।
TOFEL परीक्षा में सिर्फ रट्टा मारना काफी नहीं है। यह परीक्षा आपकी व्यावहारिक अंग्रेजी क्षमता को परखती है, जिससे यह सुनिश्चित हो सके कि आप विदेश में पढ़ाई और संवाद के दौरान आसानी से अंग्रेजी का उपयोग कर सकें। इसलिए, इस परीक्षा को देने से पहले एक मजबूत रणनीति और गहन अभ्यास की जरूरत होती है।
विदेश में पढ़ाई करना एक बड़ा सपना होता है, लेकिन अब इसे पूरा करने के लिए TOFEL जैसी परीक्षाओं को पास करना अनिवार्य हो गया है। सही तैयारी और आत्मविश्वास के साथ इस परीक्षा को आसानी से पास किया जा सकता है। तो, अगर आप भी विदेश में पढ़ाई का सपना देख रहे हैं, तो आज ही से TOFEL की तैयारी में जुट जाइए।
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