Mausam Update: देशभर में मौसम ने अचानक करवट ली है और भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने Mausam Update जारी करते हुए चेतावनी दी है कि 16 से 20 अप्रैल के बीच भारत के 17 से अधिक राज्यों में तेज हवाएं, भारी बारिश, ओलावृष्टि और लू की स्थिति बन सकती है। इस बदलाव का असर देश के उत्तर, दक्षिण, पूरब और पश्चिम—सभी हिस्सों में देखने को मिलेगा।
इस समय भारत में पांच चक्रवाती परिसंचरण (Cyclonic Circulation) और दो ट्रफ रेखाएं सक्रिय हैं, जिनकी वजह से मौसम में यह उथल-पुथल देखने को मिल रही है। पश्चिमी विक्षोभ के चलते उत्तर भारत में बर्फबारी और बारिश के आसार हैं, वहीं पश्चिमी और मध्य भारत लू और गर्म हवाओं की चपेट में आ सकते हैं।
Mausam Update at a Glance: 17–20 अप्रैल के बीच कहां क्या होगा?
क्षेत्र | मौसम की स्थिति | संभावित दिनांक | चेतावनी विवरण |
ओडिशा | भारी बारिश, ओलावृष्टि | 16 अप्रैल | 60 किमी/घंटा तक की हवाएं |
बिहार, झारखंड, बंगाल | आंधी-तूफान, बिजली | 17 अप्रैल | तूफानी हवाएं और बिजली गिरने की संभावना |
महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़, विदर्भ | गरज-चमक के साथ बारिश | 16 अप्रैल | तेज हवाएं, क्षेत्रीय बारिश |
दक्षिण भारत | लगातार बारिश और बिजली | 16–20 अप्रैल | 40-50 किमी/घंटा हवाएं, उमस भरा मौसम |
जम्मू-कश्मीर, HP, UK | बर्फबारी, ओले, तेज बारिश | 18–19 अप्रैल | पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय, भारी बर्फबारी |
पंजाब, हरियाणा, UP | धूलभरी आंधी और बारिश | 18–20 अप्रैल | सामान्य जनजीवन प्रभावित हो सकता है |
राजस्थान, गुजरात | लू और गर्म रातें | 16–18 अप्रैल | तापमान 44°C के पार |
क्या कहती है IMD की Mausam Update रिपोर्ट?
IMD की रिपोर्ट बताती है कि इस समय भारत के मौसम पर पांच सक्रिय चक्रवातीय क्षेत्र असर डाल रहे हैं। ये पश्चिमी राजस्थान, दक्षिण मध्य प्रदेश, बंगाल की खाड़ी, गल्फ ऑफ मन्नार और पश्चिमी असम में केंद्रित हैं। इसके अलावा ट्रफ रेखाएं दक्षिण मध्य प्रदेश से होते हुए गंगीय पश्चिम बंगाल और दक्षिण कर्नाटक तक फैली हुई हैं।
इन गतिविधियों के कारण कई राज्यों में लगातार बारिश, तेज हवाएं, बिजली गिरने और ओलावृष्टि जैसी घटनाएं देखने को मिल सकती हैं। यह मौसम खेती, यातायात और आम जीवन को भी प्रभावित कर सकता है।
बारिश और तूफान से सबसे ज्यादा प्रभावित राज्य
पूर्वी भारत के राज्य जैसे कि ओडिशा, बिहार, झारखंड और बंगाल में सबसे ज्यादा बारिश और तूफान की संभावना है। यहां 50-60 किमी/घंटा की रफ्तार से हवाएं चल सकती हैं। इसके अलावा पूर्वोत्तर राज्यों—असम, मणिपुर, मेघालय, त्रिपुरा और मिजोरम में भी बिजली गिरने और तेज बारिश की आशंका जताई गई है।
उत्तर भारत में बर्फबारी और ओलावृष्टि
जम्मू-कश्मीर, हिमाचल और उत्तराखंड जैसे पहाड़ी राज्यों में 18 से 19 अप्रैल के बीच भारी बर्फबारी और ओलावृष्टि हो सकती है। IMD की Mausam Update रिपोर्ट के अनुसार, पश्चिमी विक्षोभ का असर इन क्षेत्रों में सबसे अधिक होगा। इसके अलावा पंजाब, हरियाणा और उत्तर प्रदेश में भी धूलभरी आंधी और हल्की बारिश का असर दिख सकता है।
पश्चिम भारत में गर्मी और लू का प्रकोप
राजस्थान और गुजरात में इस समय गर्मी ने अपने चरम पर पहुंचना शुरू कर दिया है। 16 से 18 अप्रैल तक यहां तापमान 44–45 डिग्री तक जा सकता है। राजस्थान के पश्चिमी जिलों में लू की स्थिति गंभीर रूप ले सकती है। रात में भी गर्मी कम नहीं होगी जिससे लोगों को काफी असहजता हो सकती है।
क्या करना चाहिए? – सुझाव और सावधानियां
- अपने मोबाइल में Mausam Update अलर्ट चालू रखें
- घर से बाहर निकलते समय मौसम की जानकारी अवश्य लें
- लू और उमस से बचने के लिए पानी पिएं और सिर ढककर निकलें
- पहाड़ी क्षेत्रों की यात्रा करने वाले पर्यटक अगले कुछ दिन ट्रैवल टाल सकते हैं
- किसान अपनी फसल को सुरक्षित स्थान पर रखें, विशेषकर बारिश और ओलावृष्टि प्रभावित क्षेत्रों में

हर पल बदल रहा है मौसम, सतर्क रहें
IMD द्वारा जारी इस Mausam Update के अनुसार भारत के विभिन्न हिस्सों में अगले पांच दिनों तक मौसम का मिजाज काफी अस्थिर रहने वाला है। बारिश जहां कुछ राहत दे सकती है, वहीं लू और तेज हवाएं जनजीवन को मुश्किल में डाल सकती हैं। ऐसे में जरूरी है कि हर नागरिक मौसम की सटीक जानकारी पर नजर बनाए रखे और सुरक्षा के सभी उपायों को अपनाए।
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