Bhojpuri Song: बनारस की साड़ियों में बसी मोहब्बत की कहानी सड़िया बनारसिया में Akshara Singh का दिल छू लेने वाला अंदाज़

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Akshara Singh बचपन से हम सबने बनारस की गलियों और वहाँ की खूबसूरत साड़ियों के किस्से सुने हैं। बनारसी साड़ी केवल एक कपड़ा नहीं, बल्कि एक एहसास होती है। कुछ ऐसा ही एहसास लेकर आई है भोजपुरी सिनेमा की लोकप्रिय और दिलों की रानी अक्षरा सिंह का नया गाना  सड़िया बनारसिया इस गाने ने न सिर्फ फैशन की दुनिया में तहलका मचाया है, बल्कि लोगों के दिलों में भी एक खास जगह बना ली है।

Akshara Singh और Anshuman Singh की दिलकश जोड़ी

इस गाने में Akshara Singh के साथ हैं अंशुमान सिंह, जिनकी जोड़ी दर्शकों को बहुत पसंद आ रही है। दोनों की केमिस्ट्री, बनारस की पारंपरिक खूबसूरती और दिल छू लेने वाली भावनाएं इस म्यूजिक वीडियो को बेहद खास बना देती हैं।

छोटे-छोटे शब्दों में गहरे जज़्बात छोटू यादव की कलम का कमाल

गाने के बोल लिखे हैं छोटू यादव ने, जिन्होंने अपने शब्दों से इस गाने में मिठास घोल दी है। उनकी लेखनी ने नारी-सौंदर्य, बनारसी संस्कृति और प्रेम की भावनाओं को खूबसूरती से पिरोया है।

संगीत की आत्मा धनंजय सिंह कनहा का सुरीला योगदान

संगीत की जिम्मेदारी संभाली है धनंजय सिंह कनहा ने, और कहना होगा कि उनका म्यूजिक दिल को सीधे छूता है। हर बीट में एक लोक-संगीत की आत्मा बसती है, जो इस गाने को और भी ख़ास बना देती है।

निर्देशन और नृत्य में दिखी बनारस की चमक

‘सड़िया बनारसिया’ का निर्देशन महेश वेन्कट ने किया है और हर फ्रेम में उनकी सोच और समझ झलकती है। कोरियोग्राफर विशाल गुप्ता ने नृत्य में बनारसी अंदाज को खूबसूरती से पिरोया है, जो वीडियो में जान डाल देता है।

हर तकनीकी पहलू में परफेक्शन एक मज़बूत टीम की मेहनत

Bhojpuri Song: बनारस की साड़ियों में बसी मोहब्बत की कहानी सड़िया बनारसिया में Akshara Singh का दिल छू लेने वाला अंदाज़

वीडियो प्रोडक्शन DIGI DNB द्वारा किया गया है और रचनात्मक निर्देशन नितेश सिंह ने संभाला है। DOP रियाज़ अली, एडिटर पी. शुभम बाबू, DI एक्सपर्ट रोहित सिंह, आर्ट डायरेक्टर अजय शर्मा और लाइन प्रोड्यूसर मुकेश यादव – सभी ने इस गाने को उत्कृष्ट रूप देने में अहम भूमिका निभाई है।

एक गाना जो दिल से जुड़ता है

ये गाना केवल एक संगीत नहीं, बल्कि एक एहसास है। यह गाना उन रिश्तों की याद दिलाता है जो वक्त के साथ गहराते जाते हैं, और उन साड़ियों की जो एक लड़की की मुस्कान में छिपे उसके अरमानों को बयां करती हैं। ‘सड़िया बनारसिया’ देखकर हर कोई ये कहेगा हाँ, कुछ बातें सिर्फ महसूस की जाती हैं, शब्दों में नहीं कही जातीं।

Disclaimer: यह लेख केवल मनोरंजन और जानकारी के उद्देश्य से लिखा गया है। इसमें उल्लिखित सभी नाम, क्रेडिट और जानकारियाँ आधिकारिक स्रोतों व गाने से ली गई हैं। लेखक का उद्देश्य किसी भी प्रकार की कॉपीराइट सामग्री का उल्लंघन करना नहीं है।

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