Deep Breathing करने से हार्ट अटैक से बचाव किया जा सकता है? जानें एक्सपर्ट की राय और सही तरीका

Ansa Azhar

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Deep Breathing: स्वस्थ रहने के लिए एक्सरसाइज करना जरूरी माना जाता है। खास तौर पर डीप ब्रीदिंग एक्सरसाइज को मन की शांति और अच्छे स्वास्थ के लिए फायदेमंद बताया गया है। बहुत से लोग मानते हैं कि अगर हर दिन सोने से पहले गहरी सांस लेने की एक्सरसाइज की जाय तो, हार्ट अटैक के खतरे को कम किया जा सकता है, लेकीन इस बात में कितनी सच्चाई है? इस सवाल का जवाब जानने के लिए हमें समझना होगा कि हार्ट अटैक किन वजहों से होता है और डीप ब्रीदिंग एक्सरसाइज का इस पर किया असर पड़ता है।

हार्ट अटैक क्यों और कब होता है?

हार्ट अटैक होना एक बहुत गंभीर मेडिकल एमरजेंसी है। जब दिल तक खून ले जाने वाली धमनियां ब्लॉकेज की वजह से संकुचित हो जाती हैं, तो इससे दिल के टिशूज को पूरी तरह से ऑक्सीजन नहीं मिलता है, इससे वो डैमेज हो जाते हैं और हार्ट अटैक आता है। हार्ट अटैक के लक्षणों में सीने में तेज दर्द, गर्दन और बाहों में जकड़न, सांस लेने में कठिनाई, थकान, घबराहट और अनियमित दिल की धड़कन शामिल हैं। महिलाओं में ये लक्षण पुरुषों की तुलना में ज़्यादा जटिल हो सकते हैं।

Deep Breathing

क्या हार्ट अटैक रोकने में मददगार डीप ब्रीदिंग?

विशेषज्ञों का मानना है डीप ब्रीदिंग एक्सरसाइज हार्ट अटैक की खतरे को सीधे तौर पर कम नहीं करती। इस एक्सरसाइज का दिल की धमनियों में जमी प्लाक और ब्लॉकेज से कोई मतलब नहीं होता है। इस एक्सरसाइज से सिर्फ बीपी को कंट्रोल किया जा सकता है और तनाव को कम किया जा सकता है। इस प्रक्रिया से सिर्फ दिल की सेहत अच्छी हो सकती है। डीप ब्रीदिंग से नर्वस सिस्टम एक्टिव होता है, जो शरीर को शांत करता है और हार्ट बीट को बैलेंस रखता है, लेकिन हार्ट अटैक से बचाव के लिए सिर्फ यह एक्सरसाइज काफी नहीं है।

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किन वजहों से बढ़ता है हार्ट अटैक का खतरा?

हार्ट अटैक का खतरा मुख्य रूप से जीवन शैली और जेनेटिक फैक्टर्स पर निर्भर करता है। अगर आप संतुलित जीवन शैली को अपनाते हैं, तो हार्ट अटैक के खतरे को बहुत हद तक कम किया जा सकता है। आइए जानते हैं वो ज़रूरी वजह कौन सी हैं जिनसे हार्ट अटैक का खतरा बढ़ता है।

1. हाई बीपी, खराब कोलेस्ट्रॉल और डायबिटीज से पीड़ित लोगों में हार्ट अटैक का खतरा बहुत बढ़ जाता है।

2. बहुत ज़्यादा वजन बढ़ने पर दिल की कार्यक्षमता पर असर पढ़ता है और धमनियों में वसा जमा होने की संभावना बढ़ जाती है, जिससे हार्ट अटैक आने का खतरा होता है।

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3. ज़्यादा तनाव से शरीर में कोर्टिसोल हार्मोन बढ़ता है, जो हार्ट अटैक के खतरे को बढ़ा सकता है।

4. स्मोकिंग ओर अल्कोहल के इस्तेमाल से भी धमनियां को नुकसान पहुंचता है और दिल के रोगों की वजह बनता है। अगर परिवार में किसी को हृदय रोग रहा है, तो ये आनुवंशिक रूप से भी हो सकता है।

हार्ट अटैक से बचाव के लिए क्या करें?

हार्ट अटैक से बचने के लिए सिर्फ डीप ब्रीदिंग एक्सरसाइज पर निर्भर रहना सही नहीं होगा। हार्ट अटैक से बचने के लिए आपको अपनी पूरे जीवन शैली में सुधार लाना होगा। लगातार एक्सरसाइज, संतुलित आहार, स्ट्रेस मैनेजमेंट और हेल्दी आदतें अपनाने से हार्ट अटैक का खतरा काफी हद कम किया जा सकता है। हार्ट अटैक से बचने के लिए बीपी कंट्रोल करें, कोलेस्ट्रॉल कंट्रोल करें, तम्बाकू और अल्कोहल से खुद को बचाएं और नियमित रूप से हेल्थ चेकअप करवाते रहें।

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Deep Breathing

निष्कर्ष:

डीप ब्रीदिंग एक्सरसाइज हार्ट अटैक से सीधे तौर पर नहीं बचा सकती है, लेकिन स्ट्रेस कम करने और बीपी कंट्रोल करने में मदद करती है। हार्ट अटैक से बचने के लिए हमें अच्छी डाइट, नियमित एक्सरसाइज, योगा, मेडिटेशन, और संतुलित जीवन शैली को अपनाना होता है। ये सब अपनाकर आप अपनी ज़िंदगी को काफी हद तक पॉजिटिव और स्वस्थ बना सकते हैं।

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