Healthy Sleep: नींद हमारे शरीर का और दिमाग दोनों के लिए उतनी ही जरूरी है जितनी हेल्दी डाइट और एक्सरसाइज। भरपूर नींद से हमारा मानसिक और शारीरिक विकास होता है। अच्छी नींद हमारे इम्यून सिस्टम को बेहतर करती है और दिमाग सही तरह काम करता है। हर इंसान की उम्र के हिसाब से उसकी नींद के घंटे अलग अलग होते हैं। नवजात शिशु से लेकर बूढ़े व्यक्ति तक सभी को अपनी उम्र के हिसाब से पूरी नींद लेनी चाहिए। अगर किसी व्यक्ति की नींद पूरी नहीं होती तो शरीर थका हुआ रहता है, मूड खराब होने के साथ साथ बहुत सी बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है। इस लेख में हम जानेंगे कि उम्र के हिसाब से कितनी नींद लेना जरूरी है।
1. नवजात शिशु (0-3 महीने)
नवजात शिशुओं को दिन भर में 14 से 17 घंटे की नींद लेनी जरूरी होती है। इस उम्र में बच्चे का शारीरिक और मानसिक विकास होने के लिए अधिक नींद की ज़रूरत होती है। लेकिन उनकी नींद का कोई पैटर्न नियमित नहीं होता, जिस से वो कभी कम सोते हैं, कभी अधिक सोते हैं।
2. शिशु (4-11 महीने)
4 महीने से 11 के बच्चों की हर दिन 12 से 15 घंटे तक सोना चाहिए। इस समय ली जाने वाली पर्याप्त नींद बच्चों की मेमोरी को शार्प करती है, और मोटर स्किल्स को विकसित करने में सहायक होती है। इस उम्र में बच्चे को एक नींद का रूटीन देना बहुत ज़रूरी होता है।
3. टॉडडलर्स (1-2 साल)
एक से दो साल के बच्चों को 11 से 14 घंटे की नींद की जरूरत होती है। इस उम्र में बच्चों का मानसिक विकास होता है। अच्छी नींद से उनका मूड बेहतर बनता है और वह ज्यादा एक्टिव रहते हैं।
4. प्री स्कूल बच्चे (3 -5 साल)
3 से 5 साल के बच्चों के लिए 10 से 13 घंटे की नींद ज़रूरी है। इस उम्र में पर्याप्त नींद लेने से भाषा में विकास, सामाजिक कौशल और भावनात्मक संतुलन बेहतर होता है। अगर बच्चे पूरी नींद नहीं लेते हैं, तो वह चिड़चिड़े हो जाते हैं। उनकी सीखने की क्षमता प्रभावित होती है।
5. स्कूल जाने वाले बच्चे (6 – 13 साल)
6 से 13 साल के बच्चों को 9 से 11 घंटे की नींद लेनी ज़रूरी होती है। इस उम्र में नींद का सीधा असर उनकी पढ़ाई के प्रदर्शन और ध्यान केंद्रित करने की क्षमता पर पड़ता है।अगर बच्चे कम सोते हैं तो उनके मूड पर असर पढ़ता है और वह जल्दी थक जाते हैं।
6. किशोर (14 – 17 साल)
किशोर को प्रतिदिन 8 से 10 घंटे की अच्छी नींद लेनी ज़रूरी होती है। इस उम्र में हार्मोनल बदलाव होते हैं, और नींद का सीधा असर मानसिक स्वास्थ्य पर पड़ता है। पूरी नींद लेने से दिमाग तेज चलता है। बच्चों की मेमोरी अच्छी होती है और मूड अच्छा रहता है, जिससे तनाव कम होता है।
7. युवा (14 – 59 साल)
इस उम्र में वयस्क लोगों को प्रतिदिन 7 से 9 घंटे की पर्याप्त नींद लेनी चाहिए। इस उम्र में लोग अक्सर निजी ज़िंदगी में मसरूफ रहते हैं, जिससे उनकी नींद पर असर पढ़ता है, लेकिन अच्छी नींद लेने से इंसान बिमारियों से बच सकता है। दिल को स्वस्थ रखने और डायबिटीज से बचने के लिए अच्छी नींद लेना बहुत जरूरी है।
8. बुजुर्ग ( 60 साल और उस से अधिक)
60 साल या उस से ज़्यादा उम्र के लोगों को हर दिन 7 से 8 घंटे की नींद की जरूरत होती है। उम्र बढ़ने के साथ नींद की गुणवत्ता में फर्क हो सकता है, लेकिन पूरी नींद लेने से दिमाग और इम्युन सिस्टम बेहतर रहता है और मेमोरी भी अच्छी से कम करती है। अच्छी नींद लेने से सारा शरीर स्वस्थ रहता है।
अच्छी नींद के लिए क्या करें?
हर एक ही समय पर सोने और जागने की आदत डालें। सोने से पहले इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स का इस्तेमाल न करें, क्योंकि इनसे निकलने वाली ब्ल्यू लाइट नींद पर असर डालती है। सोने से पहले भारी भोजन, कैफ़ीन, शराब का सेवन न करें। सोने का माहौल शांत और आरामदायक होना चाहिए। नियमित एक्सरसाइज करें। सोने से पहले मेडिटेशन करें और साथ ही गहरी सांस लेने की तकनीक अपनाएं।
निष्कर्ष:
हर उम्र के इंसानों के लिए पूरी नींद लेना जरूरी है। इस से शरीर स्वस्थ बना रहता है। बिमारी कम होती है और जीवन की गुणवत्ता बढ़ती है। पूरी नींद लेने से मानसिक स्वास्थ्य बेहतर बनता है। इसीलिए सभी को अपनी उम्र के हिसाब से पूरी नींद लें और हेल्दी लाइफ स्टाइल अपनाएं।
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