Health Care: हम सभी लोग जानते हैं, कि नींद हमारे स्वास्थ्य के लिए लिए बहुत ज़रूरी है। भरपूर नींद लेने से हमारा शरीर एक्टिव बना रहता है, और हमारी मेंटल हेल्थ भी अच्छी होती है। जैसा कि सभी जानते हैं, कि कम नींद लेने से हमारे स्वास्थ्य पर बुरा असर पड़ता है। वहीं दूसरी और अधिक नींद लेना भी हमारे स्वास्थ्य के लिए नुकसानदायक होता है। खासतौर पर हृदय के स्वास्थ्य को प्रभावित करता है। कई शोध के अनुसार, ज्यादा सोना हार्ट डिजीज, स्ट्रोक और मोटापे जैसी समस्याओं का कारण बन सकता है। इसीलिए जरूरी है कि हम संतुलित नींद लें। इस से हमारी हार्ट हैल्थ बेहतर होती है।
1. हार्ट डिजीज का खतरा:
यूरोपियन हार्ट जनरल में प्रकाशित एक अध्यन के मुताबिक, ये पता लगता है कि जो व्यक्ति 8 से 9 घंटे की नींद से ज्यादा घंटे की नींद लेते हैं उन व्यक्तियों में हृदय रोग होने का खतरा बढ़ता है। बहुत ज्यादा सोने से शरीर में रक्त परवाह सही तरीके से नहीं हो पाता, जिसकी वजह से हृदय की धमनियों पर असर पड़ता है। इसी वजह से समय से पहले मौत, हार्ट डिजीज और ब्रेन स्ट्रोक जैसी गंभीर बीमारियां हो सकती हैं। हर इंसान को उतनी ही नींद लेनी चाहिए, जितनी शरीर के लिए जरूरी हो।
2. हार्ट स्ट्रोक की आशंका:
जरूरत से ज्यादा सोने की वजह से ब्लड प्रेशर में उतार चढ़ाव होने लगता है, जिस से हार्ट अटैक और स्ट्रोक होने की संभावना ज्यादा हो जाती है। एक अध्यन के अनुसार, जो व्यक्ति अधिक नींद लेते हैं, उन व्यक्ति को हार्ट स्ट्रोक होने का खतरा ज्यादा होता है। जो व्यक्ति पहले से ही डायबिटीज या उच्च रक्तताप जैसी समस्याओं से घिरे हुए हैं, उन व्यक्ति को इस तरह की बीमारियों से बचने के लिए हर दिन एक्सरसाइज करनी चाहिए और अपनी नींद को संतुलित रखना चाहिए।
3. कार्डिकयोवास्कुलर हेल्थ पर असर:
रिपोर्ट के अनुसार, कम नींद लेना और अधिक नींद लेना दोनों ही स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकते हैं। अधिक नींद लेने की वजह से बीपी का स्तर प्रभावित होता है और हृदय तक पूरी मात्रा में रक्त नहीं जा पाता। इस वजह से हृदय की धमनियां कमजोर हो जाती हैं और कार्डियोवस्कुलर डिजीज होने की संभावना बढ़ जाती है। इसलिए प्रत्येक व्यक्ति को 7 से 8 घंटे की नींद लेने को कहा जाता है, ताकि हृदय स्वास्थ्य बना रहे।
4. मोटापे की समस्या:
जो व्यक्ति अधिक नींद लेते हैं, उनको अक्सर मोटापे की समस्या हो जाती है। ज्यादा समय तक सोते रहने से हमारा शरीर निष्क्रिय हो जाता है, जिसके कारण कैलोरी बर्न नहीं हो पाती है। इस वजह से वजन तेजी से बढ़ने लगता है और आगे चलकर डायबिटीज, हाई ब्लड प्रेशर, और हार्ट डिज़ीज़ जैसी बीमारिया जन्म लेती है। इसीलिए हमें अपनी नींद और खानपान का खासतौर पर ध्यान रखना चाहिए। बहुत ज्यादा कम नींद और बहुत ज्यादा नींद से बचना चाहिए।
5. कोरोनरी हार्ट डिजीज का खतरा:
जो व्यक्ति 9 से 11 घंटे सोते हैं, उन व्यक्ति को कोरोनरी हार्ट डिजीज होने की संभावना बढ़ जाती है। इस तरह की बीमारिया तब होती हैं जब हृदय की धमनियां संकुचित हो जाती है, और ब्लेड फ्लो बाधित होने लगता है। अगर कोई व्यक्ति बहुत अधिक सोता है और कोई एक्सरसाइज नहीं करता या उसकी दिनचर्या में किसी भी तरह की फिजिकल एक्टिविटी नहीं होती है, तो उन व्यक्तियों को ये बीमारी हो सकती है। इसीलिए हार्ट को स्वस्थ रखने के लिए आपको संतुलित जीवनशैली अपनाना बहुत ज़रूरी है।
सही नींद का महत्व:
नींद का सीधा सम्बन्ध हमारे हृदय के स्वास्थ्य से होता है। इसीलिए न तो कम सोना चाहिए और न ही अधिक सोना चाहिए। डॉक्टर के अनुसार एक व्यक्ति को प्रतिदिन 7 से 8 घंटे सोना जरूरी है। इसके अलावा हेल्दी डाइट, प्रतिदिन एक्सरसाइज, व्यायाम, योगा ज़रूर करें और तनाव से दूर रहें। इस तरह आपका हार्ट हेल्दी रहेगा और आपको किसी भी तरह की हृदय संबंधी समस्या नहीं होगी।
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