Yogasan For Pregnant Womens: गर्भावस्था महिलाओं के जीवन का एक खास समय होता है, जिसमें शरीर और मन दोनों में कई बदलाव आते हैं। ऐसे में योग अभ्यास करना मां और बच्चे दोनों के लिए फायदेमंद होता है। योग न सिर्फ मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य में सुधार करता है, बल्कि डिलीवरी के समय भी यह महिलाओं की मदद करता है।
विशेषज्ञों के अनुसार, गर्भावस्था के दौरान कुछ खास योगासन करने से शरीर में लचीलापन बढ़ता है, तनाव कम होता है और प्रसव के दौरान होने वाली तकलीफें भी कम हो सकती हैं। हालांकि, कोई भी योगासन करने से पहले डॉक्टर या योग विशेषज्ञ से सलाह लेना जरूरी है।
इस लेख में हम आपको तीन ऐसे योगासन के बारे में बताएंगे, जो गर्भावस्था के दौरान बेहद लाभकारी होते हैं। यह योगासन मांसपेशियों को मजबूत करने, शरीर को सक्रिय रखने और डिलीवरी को आसान बनाने में मदद करते हैं।

गर्भावस्था के दौरान योग का महत्व
गर्भावस्था के दौरान योग न केवल शारीरिक संतुलन और सहनशक्ति बढ़ाने में मदद करता है, बल्कि यह मानसिक शांति और स्थिरता भी प्रदान करता है। नियमित योग अभ्यास से पीठ दर्द, थकान, तनाव और चिंता जैसी समस्याएं कम होती हैं।
ऋषिकेश स्थित एक योग केंद्र की सह-संस्थापक और योग प्रशिक्षक नेहा ठाकुर के अनुसार, गर्भावस्था में योग केवल 9 महीनों तक ही सीमित नहीं रहता, बल्कि इसे प्रे-नेटल (गर्भावस्था से पहले) और पोस्ट-नेटल (गर्भावस्था के बाद) योग के रूप में भी अपनाया जाता है।
योग के अभ्यास से गर्भवती महिलाओं को धैर्य और सहनशक्ति मिलती है, जो उन्हें प्रसव के दौरान मदद करती है।
Yogasan For Pregnant Womens
तितली आसन (Butterfly Pose)
तितली आसन गर्भवती महिलाओं के लिए सबसे फायदेमंद योगासनों में से एक है। यह गर्भाशय में रक्त संचार को बढ़ाता है, जिससे बच्चे को बेहतर पोषण मिलता है।
कैसे करें तितली आसन?
- सबसे पहले बिस्तर या योगा मैट पर सीधा बैठें।
- अब दोनों पैरों को घुटनों से मोड़ें और तलवों को एक-दूसरे से जोड़ लें।
- दोनों हाथों से पैरों को पकड़ें और धीरे-धीरे जांघों को ऊपर-नीचे करें, ठीक वैसे ही जैसे तितली के पंख हिलते हैं।
- इस प्रक्रिया को 10-15 बार दोहराएं।
इसका फायदा:
- डिलीवरी के समय दर्द को कम करने में मदद करता है।
- जांघों और हिप्स को लचीला बनाता है।
- गर्भाशय में रक्त संचार बढ़ाता है, जिससे शिशु को अधिक पोषण मिलता है।
त्रिकोणासन (Triangle Pose)
यह योगासन गर्भाशय में रक्त प्रवाह को बढ़ाने में मदद करता है और शरीर को अधिक लचीला और मजबूत बनाता है। यह आसन पीठ दर्द को कम करने और रीढ़ की हड्डी को स्वस्थ बनाए रखने में भी सहायक है।
कैसे करें त्रिकोणासन?
- सबसे पहले सीधे खड़े हो जाएं और दोनों पैरों के बीच थोड़ी दूरी बना लें।
- अब गहरी सांस लेते हुए अपने शरीर को धीरे-धीरे दाईं ओर झुकाएं।
- बाएं हाथ को ऊपर की ओर उठाएं और नजरें ऊपर की ओर रखें।
- कुछ सेकंड इसी स्थिति में रहें और फिर धीरे-धीरे सामान्य अवस्था में आ जाएं।
- अब इसी प्रक्रिया को बाईं ओर दोहराएं।
इसका फायदा:
- गर्भाशय में रक्त संचार को बढ़ाता है।
- रीढ़ की हड्डी और पैरों की मांसपेशियों को मजबूत करता है।
- प्रसव के समय दर्द को कम करने में मदद करता है।
मलासन (Garland Pose)
मलासन गर्भवती महिलाओं के लिए बहुत लाभदायक योगासन है। यह पेल्विक क्षेत्र को मजबूत करता है और शरीर को प्रसव के लिए तैयार करता है।
कैसे करें मलासन?
- सबसे पहले सीधे खड़े हो जाएं और दोनों पैरों के बीच थोड़ा अंतर रखें।
- अब दोनों हाथों को जोड़कर ‘नमस्ते’ की मुद्रा बनाएं।
- धीरे-धीरे घुटनों को मोड़ें और नीचे बैठें, जैसे आप कुर्सी पर बैठ रहे हों।
- श्वास को धीरे-धीरे छोड़ें और आगे की ओर झुकें।
- दोनों कोहनियों को जांघों के बीच रखें और लगभग 90 डिग्री का एंगल बनाएं।
- इस मुद्रा को 10-15 सेकंड तक बनाए रखें और फिर धीरे-धीरे सामान्य स्थिति में आ जाएं।
इसका फायदा:
- पेल्विक क्षेत्र को मजबूत करता है, जिससे डिलीवरी आसान होती है।
- पेट और रीढ़ की हड्डी को राहत देता है।
- शरीर को लचीला बनाता है और प्रसव में सहायक होता है।
सावधानियां और जरूरी बातें
- गर्भावस्था के दौरान कोई भी योगासन करने से पहले अपने डॉक्टर या योग प्रशिक्षक से सलाह लें।
- अगर प्रेग्नेंसी के दौरान कोई जटिलता (Complication) है, तो बिना विशेषज्ञ की सलाह के योग न करें।
- योग करते समय आरामदायक और ढीले कपड़े पहनें।
- योग अभ्यास के दौरान जल्दी-जल्दी कोई भी मुद्रा न करें, बल्कि धीरे-धीरे और सावधानी से करें।
- अगर किसी आसन के दौरान थकान या असहज महसूस हो, तो तुरंत अभ्यास बंद कर दें।

कंक्लुजन
गर्भावस्था के दौरान योग (Yogasan For Pregnant Womens) करना मां और बच्चे दोनों के स्वास्थ्य के लिए बेहद फायदेमंद होता है। तितली आसन, त्रिकोणासन और मलासन गर्भवती महिलाओं के लिए सबसे प्रभावी योगासन माने जाते हैं, जो डिलीवरी को आसान बनाने में मदद करते हैं।
हालांकि, किसी भी योगासन को करने से पहले डॉक्टर या योग विशेषज्ञ से परामर्श लेना जरूरी है, ताकि गर्भावस्था के दौरान किसी भी प्रकार की परेशानी न हो। अगर आप सही तरीके से और नियमित रूप से इन योगासनों का अभ्यास करेंगी, तो यह आपकी गर्भावस्था को अधिक आरामदायक और सकारात्मक बनाएगा
यह भी पढ़ें :-
- Long Hair Tips: बालों को लंबा करने के लिए प्याज का ऐसे करें इस्तेमाल, जरूर मिलेगा रिजल्ट
- Orange Seeds: संतरे के बीज खाने से सेहत को होगा जबरदस्त फायदा या नुकसान? पूरी जानकारी यहां पढ़ें
- Health Care: कुत्ते के काटने पर हल्दी-मिर्च लगाने से रेबीज खत्म? जानें इस देसी नुस्खे की सच्चाई
- Skin Care: झुर्रियों, पिंपल्स और दाग-धब्बों से छुटकारा, हल्दी, नीम और एलोवेरा जेल से पाएं दमकती त्वचा!
- Easy Weight Loss: पेट और लिवर की चर्बी को कहें अलविदा! शहद और लौंग से खोले वजन घटाने के राज़