Rose Farming: भारत एक कृषि प्रधान देश है जहां लाखों किसान गेहूं, धान, दाल और अन्य पारंपरिक फसलों की खेती करते हैं। लेकिन बदलते समय में अब किसान Rose Farming यानी गुलाब की खेती की ओर भी आकर्षित हो रहे हैं। गुलाब के फूल न केवल सजावटी उपयोग में आते हैं बल्कि दवा, इत्र और कॉस्मेटिक इंडस्ट्री में भी इनकी भारी मांग रहती है।
अगर सही तकनीक और रणनीति से की जाए तो गुलाब की खेती से किसान प्रति वर्ष ₹5 से ₹8 लाख तक की कमाई कर सकते हैं। इस लेख में हम जानेंगे कि Rose Farming कैसे शुरू करें, कौन-सी किस्में बेहतर हैं, और बाजार तक कैसे पहुंच बनाएं।

Rose Farming की जानकारी तालिका
विषय | जानकारी |
फोकस फसल | गुलाब (Rose) |
सबसे उपयुक्त जलवायु | समशीतोष्ण, तापमान 15°C से 30°C |
मिट्टी का प्रकार | दोमट मिट्टी, अच्छी जल निकासी और जैविक तत्व भरपूर |
पौधों की संख्या (1 एकड़) | लगभग 15,000 से 20,000 पौधे |
संभावित सालाना आय | ₹5 लाख से ₹8 लाख |
प्रमुख किस्में | जवाहर, रानी साहिबा, पूसा बहार, अरुणिमा, भूषण |
खेती का समय | जुलाई से सितंबर (रोपण) |
सिंचाई विधि | ड्रिप इरिगेशन, सप्ताह में 2–3 बार |
छंटाई का समय | अक्टूबर–नवंबर |
बाजार | मंडी, होटल, मैरिज हॉल, पूजा सामग्री दुकानें, ऑनलाइन |
Rose Farming की शुरुआत कैसे करें
गुलाब की खेती की शुरुआत सही किस्म चुनने से होती है। भारत में जवाहर, रानी साहिबा, पूसा बहार, अरुणिमा, नेहरू गुलाब और भूषण जैसी किस्में लोकप्रिय हैं। कुछ किस्में सजावटी होती हैं, तो कुछ की खुशबू इत्र और दवा निर्माण में उपयोग की जाती है।
जलवायु की बात करें तो 15°C से 30°C के तापमान वाले इलाके सबसे उपयुक्त माने जाते हैं। मिट्टी दोमट होनी चाहिए और उसमें पानी आसानी से निकल जाए। खेत की अच्छी तरह जुताई करके उसमें जैविक खाद, गोबर की खाद और नीम खली मिलाकर मिट्टी को तैयार किया जाता है।
पौधों की देखभाल और सिंचाई कैसे करें
Rose Farming में पौधों को समय-समय पर पानी देना ज़रूरी होता है। गर्मियों में सप्ताह में दो से तीन बार ड्रिप इरिगेशन का उपयोग करके सिंचाई करना लाभकारी रहता है।
पौधों की छंटाई साल में एक या दो बार करनी चाहिए। खासकर अक्टूबर–नवंबर के दौरान छंटाई से नई शाखाएं निकलती हैं और फूलों की गुणवत्ता बेहतर होती है। साथ ही कीट नियंत्रण और निराई-गुड़ाई समय पर करना बेहद जरूरी है।
Rose Farming से लाखों कैसे कमाएं
एक एकड़ भूमि में यदि 15,000 से 20,000 गुलाब के पौधे लगाए जाएं और उनकी वैज्ञानिक तरीके से देखभाल की जाए, तो सालाना ₹5 से ₹8 लाख तक की आय संभव है।
कुछ किसान गुलाब की प्रोसेसिंग यूनिट भी लगाते हैं, जिसमें वे गुलकंद, गुलाब जल, इत्र और सूखे फूल जैसे उत्पाद तैयार करते हैं। इससे बाजार मूल्य और मुनाफा दोनों में बढ़ोतरी होती है। सही ब्रांडिंग और पैकेजिंग से किसान अपने उत्पाद को अधिक दाम पर बेच सकते हैं।
Rose Farming के लिए बाजार और बिक्री के विकल्प
गुलाब के फूलों की मांग हर जगह रहती है — मंदिरों में पूजा के लिए, होटल्स और आयोजनों में सजावट के लिए, और कॉस्मेटिक इंडस्ट्री में उपयोग के लिए। किसान अपनी उपज को फूल मंडियों, स्थानीय दुकानों, आयोजकों, मैरिज हॉल और पूजा सामग्री बेचने वाले व्यापारियों तक बेच सकते हैं।
इसके अलावा, अब किसान Instagram, Facebook और Amazon जैसे प्लेटफॉर्म का इस्तेमाल करके सीधे ग्राहक से जुड़ रहे हैं। गुलकंद, गुलाब जल जैसे उत्पादों को पैकिंग और ब्रांड के साथ बेचकर वे अपनी आमदनी को कई गुना बढ़ा रहे हैं।

सरकारी सहायता और ट्रेनिंग की सुविधाएं भी उपलब्ध
Rose Farming को बढ़ावा देने के लिए राज्य सरकारें और कृषि विज्ञान केंद्र (KVK) किसानों को प्रशिक्षण और तकनीकी सलाह देते हैं। इसके अलावा नाबार्ड जैसी संस्थाएं किसानों को लोन और सब्सिडी भी प्रदान करती हैं, जिससे छोटे किसान भी इस खेती को शुरू कर सकते हैं।
सरकार की ओर से मिलने वाली यह सहायता किसानों को आत्मनिर्भर बनाने और उद्यमी सोच को बढ़ावा देने में मदद करती है।
Rose Farming है कम निवेश में ज्यादा मुनाफे वाली खेती
अगर आप पारंपरिक खेती से हटकर किसी नई दिशा में सोचना चाहते हैं, तो Rose Farming आपके लिए बेहतरीन विकल्प है। इसमें कम जमीन, कम निवेश और ज्यादा कमाई की संभावना होती है।
गुलाब के फूलों की लगातार बढ़ती मांग, प्रोसेसिंग का स्कोप, और डिजिटल माध्यम से बिक्री के नए रास्ते — यह सब मिलकर इसे एक फायदे का सौदा बना देते हैं। इसलिए अगर आप खेती से जुड़े हैं और ज्यादा मुनाफा कमाना चाहते हैं, तो आज ही गुलाब की खेती शुरू करने की योजना बनाएं।
यह भी पढ़ें :-
- Dragon Fruit Farming: एक एकड़ में 6 लाख की कमाई, जानिए इस फल की खेती से कैसे बन सकते हैं करोड़पति
- Gardening Tips: गार्डनिंग करते समय इन गलतियों से जरूर बचें, वरना पौधे खराब हो सकते हैं
- Bhindi Ki Kheti: सिर्फ ₹6000 में शुरू करें भिंडी की खेती और कमाएं ₹90,000, किसान बन रहे हैं लखपति
- Palak Ki Kheti: जानिए कैसे करें पालक की खेती और पाएं बंपर मुनाफा
- Gobhi Ki Kheti से 45 दिन में कमाएं ₹50,000 तक! गेहूं के बाद खाली खेत को बनाएं कमाई का ज़रिया
Dailynews24 App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें। यहां रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और वीडियो शॉर्ट न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए।