Myths About Walk: वॉकिंग से जुड़े 5 बड़े मिथक! क्या आप भी कर रहे हैं इन पर भरोसा? एक्सपर्ट से जानें सच्चाई

Ansa Azhar

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Myths About Walk: नियमित रूप से वाॅक करना स्वास्थ्य के लिए बेहद फायदेमंद माना जाता है। लेकिन इससे जुड़े हुए कई मिथक बहुत प्रचालित हैं कि वाॅक से वेट कम नहीं होता, तो कुछ लोग इसे ब्लड शुगर के लिए आवश्यक नहीं समझते। आज इस लेख में हम जानते हैं वाॅक से जुड़े हुए बड़े मिथकों की सच्चाई के बारे में।

क्या ब्लड शुगर वॉक करने से होती है कंट्रोल?

यह मिथक पूरी तरह से सच है। वाॅक करने से बॉडी की मांसपेशियां एक्टिव होती हैं, जिससे मसल्स, सेल्स, ब्लड, ग्लूकोस को अवशोषित करते हैं। यह ब्लड शुगर की स्टेज को कंट्रोल करने में मदद करता है और इन्सुलिन सेंसटिविटी को भी शानदार बनाता है। आमतौर पर भोजन के बाद कुछ देर वॉक करने से टाइप टू डायबिटीज का खतरा बेहद कम किया जा सकता है।

Myths About Walk

क्या वॉक करने से दूर हो सकता है डिप्रेशन और एंजायटी?

यह मिथक आंशिक रूप से सही है। वाॅक करने से एंडोर्फिन्स रिलीज होते हैं, जो डिप्रेशन को कम करने और मूड को शानदार बनाने में सहायता करते हैं जबकि, अगर कोई गंभीर मानसिक परेशानी से जूझ रहा है, तो केवल वॉक करने से पूरी तरह से इलाज संभव नहीं है। ऐसी स्थिति में पेशेवर चिकित्सक से सहायता लेना ज़रूरी है।

क्या तेज़ वॉक करने से अधिक कैलोरी बर्न होती है?

यह सच है कि यदि आप तेज वाॅक करते हैं, तो बॉडी अतिरिक्त कैलोरी बर्न करती है। वाॅक करने के दौरान यदि गति तेज रखी जाए और सही पद्धति अपनी जाए, तो यह वेट लॉस में भी मदद कर सकती है जबकि, वजन कम करने के लिए सिर्फ वाॅक ही पर्याप्त नहीं है। इसके साथ शानदार डाइट और अन्य व्यायाम भी शामिल करना ज़रूरी होता है।

क्या रोजाना वॉक करना आवश्यक नहीं है?

यह एक गलत धारणा है कि, वाॅक एक लो इंटेंसिटी एक्सरसाइज है। लेकिन इसे दैनिक रूप से करने से बॉडी को कई लाभ प्राप्त होते हैं। नियमित वाॅक करने से वेट संतुलित रहता है। ब्लड शुगर कंट्रोल होती है। दिल का स्वास्थ्य बेहतर रहता है और मांसपेशियों की मजबूती बनती है। यदि आप सप्ताह में केवल एक-दो दिन वॉक करते हैं तो इसका इतना फायदा नहीं हासिल होगा। जितना की रोजाना करने से प्राप्त होता है।

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क्या रनिंग वॉक अधिक लाभकारी होती है?

यह मिथक पूरी तरह से सही नहीं है रनिंग कैलोरी बर्न करने में सहायक होती है। परंतु इसका मतलब यह नहीं कि वॉक कम लाभकारी है। यदि किसी को वेट लॉस करना है तो, रनिंग एक शानदार ऑप्शन हो सकता है। परंतु ओवरऑल स्वास्थ्य के लिए वाॅक अधिक बेहतर होती है। वाॅक करने से चोट लगने का खतरा कम होता है। ब्लड सर्कुलेशन बेहतर रहता है और हड्डियां भी मजबूत बनती हैं।

 

निष्कर्ष:

यह वॉक से जुड़े कई मिथक लोगों के बीच प्रचलित है। परंतु सच्चाई जानना आवश्यक है। यह न केवल ब्लड शुगर और मानसिक स्वास्थ्य के लिए लाभकारी है बल्कि सही ढंग से करने पर यह वेट लॉस में भी सहायता करते हैं। रोजाना वॉक करने से शरीर हेल्दी रहता है और लंबे समय तक फिट रहने में सहायता मिलती है। इसलिए बिना किसी शक के वाॅक को अपनी दिनचर्या का पार्ट बनाएं और इसके असली लाभों का आनंद प्राप्त करें।

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